जानें कौन है वो मॉडल-टीवी स्टार जिसे जिंदा खा गए थे कीड़े
नई दिल्ली। अमेरिका की जानी-मानी मॉडल और टीवी स्टार रेबेका जेनी को अपनी जीवन के आखिरी वक्त में दर्दनाक स्थिति का सामना करना पड़ा। अस्पताल की लापरवाही के चलते रेबेका को कीड़े जिंदा खा गए। उन्हें कोई देखने वाला नहीं था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ये हकीकत सामने आई है। डॉक्टरों के मुताबिक रेबेको को जो बीमारी थी वो लाइलाज नहीं थी, उसे आसानी से बचाया जा सकता था, लेकिन अस्पताल की लापरवाही के चलते कीड़े उन्हें जिंदा चबा गए।
मॉडल को जिंदा चबा गए कीड़े
अमेरिका की मॉडल और टीवी स्टार रेबेका जेनी का जन्म 23 नवंबर 1922 को हुआ था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने नेवल यार्ड के साथ काम किया, लेकिन उन्हें पहचान एक मॉडल के तौर पर मिली। उन्होंने मॉडलिंग और टीवी शो से जुड़े कई असाइनमेंट किए। उन्हें न्यूयार्क के जाने-माने मॉडल्स में गिना जाने लगा, लेकिन साल 2013 में स्कीन से जुड़ी बीमारी के चलते उन्हें जॉर्डिया के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
अस्पताल की लापरवाही
जॉर्जिया के लफायत शहर में प्रूइट हेल्थ द्वारा संचालित अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां जेनी दो साल तक भर्ती रही । 2 जून साल 2015 में उनकी मौत हो गई। 93 साल की जेनी की हालात बेहद दर्दनाक थी। उनके पूरे शरीर पर कीड़ों ने अपना घर बना लिया था। शरीर की त्वचा पर सूक्ष्म कीड़े फैल गए थे। कीड़े उनके शरीर को खाते जा रहे थे। मौत के बाद आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया कि जेनी की मौत सेप्टीसेमिया की वजह से हुई है। इस बीमारी के चलते उनके शरीर पर कीड़ों ने अपने अंडे दे दिए थे। अंतिम क्षण में उनकी हालत बेहद खराब थी। उनकी स्थिति देख उनके परिवारवालों ने नाराजगी जताई और अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए मुआवजा मांगा है।
कोर्ट पहुंचा मामला
जेनी की बेटी पामेला ने अस्पताल के खिलाफ कोर्ट में दस्तक दी है। जेनी परिवार के वकील लांस लॉरी ने बताया कि जेनी का शरीर दिन पर दिन खराब होता जा रहा था, लेकिन अस्पताल उनकी स्थिति को छुपाने में लगा रहा। जेनी के परिवार ने प्रूइट हेल्थ के खिलाफ याचिका दायर की है। उनका कहना है कि जेनी स्केबीज से पीड़ित थी, लेकिन नर्सिग होम उनसे इस बारे में जानकारी छुपा रहा था। दरअसल डॉर्जिया में साल 2013-15 के बीच स्केबीज की बीमारी फैल गई थी जो कि संक्रमण के जरिए तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही थी। इस बीमारी के बावजूद अस्पताल में जेनी के इलाज में लापरवाही की और उनकी हालत धीरे-धीरे बिगड़ती चली गई। अब जेनी के परिवारवालों ने नर्सिंग होम के खिलाफ याचिका दायर कर मुआवजे की मांग की है।