इंडोनेशिया के लाम्बोक में एक हफ्ते में दूसरा भूकंप, 91 लोगों की मौत
इंडोनेशिया के लाम्बोक द्वीप पर रविवार को आए भूकंप में अब तक 91ु लोगों के मारे जाने की खबरें हैं। अधिकारियों की ओर से बताया गया है इस घटना में सैंकड़ों की संख्या में लोग घायल हैं। यहां पर आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर सात मापी गई है।
सुमात्रा। इंडोनेशिया के लाम्बोक द्वीप पर रविवार को आए भूकंप में अब तक 91 लोगों के मारे जाने की खबरें हैं। अधिकारियों की ओर से बताया गया है इस घटना में सैंकड़ों की संख्या में लोग घायल हैं। यहां पर आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर सात मापी गई है। भूकंप में कई बिल्डिंग्स को नुकसान पहुंचा है और कई जगह पर बिजली भी नहीं है। लाम्बोक में पिछले हफ्ते भी भूकंप आया था और उसमें करीब 16 मारे गए थे।
रिंग ऑफ फायर में आता है इंडोनेशिया
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक रविवार को आए भूकंप का केंद्र लाम्बोक द्वीप के उत्तरी तट के पास सतह से 10 किलोमीटर की गहराई पर था। भूकंप आने के बाद सूनामी की चेतावनी जारी कई गई थी मगर कुछ घंटों बाद यह वापस ले ली गई। इंडोनेशिया की डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी की ओर से जानकारी दी गई है कि लाम्बोक के अहम शहर मताराम में भूकंप की वजह से खासा नुकसान हुआ है। मताराम में रहने वाले ईमान नाम के एक शख्स ने एएफपी को बताया है कि भूकंप के बाद हर कोई तुरंत अपने घर से बाहर की तरफ भागा। मताराम के कई हिस्सों में भूकंप के बाद बिजली गायब है। जिस समय भूकंप आया, सिंगापुर के गृहमंत्री के. शनमुगम एक सुरक्षा सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए लामबोक में ही थे। इंडोनेशिया का पॉपुलर टूरिस्ट स्पॉट लाम्बोक बाली से 40 किलोमीटर पूर्व में स्थित है। इंडोनेशिया में भूकंप का ज्यादा खतरा रहता है क्योंकि ये देश 'रिंग ऑफ फयर' यानी लगातार भूकंप और ज्वालामुखीय विस्फोटों की रेखा पर स्थित है। साल 2016 में सुमात्रा द्वीप के उत्तर-पूर्वी तट पर भी एक भूकंप आया था जिसकी तीव्रता 6.5 थी।