नशेबाज पड़ोसियों ने महिला को जिंदा कर दिया था दफन, कब्र खोदकर बाहर निकली
नशेबाज पड़ोसियों ने महिला को जिंदा कर दिया था दफन, कब्र खोदकर बाहर निकली
नई दिल्ली। दुनिया भर के लोग जहां कोरोनावायरस से अपनी जान बचाने के लिए अपने घरों में कैद की हुए हैं उसी लॉकडाउन में एक महिला के साथ उसके पड़ोंसियों ने ऐसी दर्दनाक घटना को अंजाम दिया जिसे सुनकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएगे। एक महिला को उसके शराबी पड़ोंसियों ने जिंदा ही कब्र में दफन कर दिया और फिर वो किसी तरह अपनी कब्र खोद कर बाहर निकली।। जानिए आखिर उसके पड़ोसियों ने क्यों ऐसा किया ...
पहले दो घंटे तक लागातार पिटाई की
दरअसल, 57 वर्षीय नीना रुडचें नामक महिला के घर उसके पड़ोस में रहने वाले दो भाई जिनकी उम्र 27 और 30 वर्ष थी, वो रात में उसके घर में घुस आए और शराब के नशे में धुत्त दोनों भाईयों ने पहल नीना को बेस बॉल के बैट से जमकर पिटाई की जिसके कारण उसका उसकी नाक की हड्डी और जबड़ा टूट गया। उसके घर में तोड़ फोड़ करने के साथ उसकी दो घंटे तक लागातार पिटाई की। उन दोनों के सिर और मुंह को बैट से इतना पीटा कि वो बेहोश हो गई।
महिला से ही खुदवाई उसकी कब्र
उसके बेहोश होने के बाद नशे में धुत्त दोनों भाई उसे घसीटते हुए स्थानीय कब्रिस्तान में ले गए और उसके चेहरे पर पानी डालना शुरु कर दिया। जब वो महिला होश में आई तो उसे उसकी ही कब्र खोदने के लिए उसे मजबूर किया । जब उसने वो कब्र खोद ली उसे उसमें लेटने को कहा। उन दोनों के डर से वो महिला खुद की खोदी हुई कब्र में लेट गई।
कब्र में दफन होने के बावजूद ऐसे बचाई अपनी जान
कब्र में लेटते समय नीना ने पेट के बल लेट गई और अपने दोनों हाथों को अपने माथे के नीचे ऐसे रख लिया ताकि वो सास ले सके। उसके कब्र में लेटने के बाद दोनों पड़ोसियों ने उसके ऊपर मिट्टी डालकर उसकी कब्र पूरी भर दी। कब्र पर मिट्टी डालते समय वो आपस में बात कर रहे थे कि इसके बाद उसके परिवार को मार कर उसकी पूरी संपत्ति पर कब्जा कर लेंगे। शे में धुत पड़ोसियों द्वारा कथित रूप से पीटने और जिंदा दफनाने के बाद उसको अपनी ही कब्र खोदनी पड़ी। नीना ने बहुत कोशिश करके स्वयं को कब्र से बाहर निकालने में कामयाब हो गई । उसके बाद इतनी चोटों के असहनीय दर्द में किसी तहर वो घर पहुंची।
कब्र से निकलने के बाद मीलों घसिटतें हुए घर पहुंची नीना
स्थानीय रिपोर्टों में दावा किया गया है कि नीना यूक्रेन में मैरीनेके गांव में अपने घर पर थी, जब दो शराबी भाइयों ने उसके घर में तोडफ़ोड़ की। नीना ने बताया कि '' मैंने अपने चेहरे को हाथों से ढँक लिया ताकि अपने सास लेने के लिए हवा के लिए जगह बना लूं। वे हंस रहे थे और मेरे सभी परिवार को मारने की योजना के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने मुझे मरा हुआ समझ कर चले गए। अपनी कब्र से किसी तरह बाहर निकलने के बाद अपने घर जाने से पहले कुछ मील की दूरी घसीटते हुए तय की। अगली सुबह, नीना को उसकी बहन लुडमिला गुरा ने अपने घर में फर्श पर पड़ा पाया। गुरा ने बताया कि "नीना का चेहरा चोटों और खून से लथपथ था। उसका पूरा चेहरा पिटाई के कारण काला और सूज गया था। मैं मुश्किल से उसे पहचान पायी। स्थानीय मीडिया पीड़िता को अस्पताल ले जाया गया और उसकी हालत देखकर सारे डाक्टर अचंभित रह गए थे। वेल्कोबैगैचानस्क जिला अस्पताल के एक सर्जन ओलेकसेंडर क्लेमचुक ने कहा: "महिला की पिटाई के कारण मस्तिष्टक पर गहरी चोटें आई है और जबड़े और नाक की हड्डी टूटी हैं और उसके सिर और शरीर पर काफी गंभीर चोटें आई हैं।
नीना की हालत ऐसी थी कि उसकी बहन ही उसे नहीं पहचान सकी
अगली सुबह, नीना को उसकी बहन लुडमिला गुरा ने अपने घर में फर्श पर पड़ा पाया। गुरा ने बताया कि "नीना का चेहरा चोटों और खून से लथपथ था। उसका पूरा चेहरा पिटाई के कारण काला और सूज गया था। मैं मुश्किल से उसे पहचान पायी। स्थानीय मीडिया पीड़िता को अस्पताल ले जाया गया और उसकी हालत देखकर सारे डाक्टर अचंभित रह गए थे। वेल्कोबैगैचानस्क जिला अस्पताल के एक सर्जन ओलेकसेंडर क्लेमचुक ने कहा: "महिला की पिटाई के कारण मस्तिष्टक पर गहरी चोटें आई है और जबड़े और नाक की हड्डी टूटी हैं और उसके सिर और शरीर पर काफी गंभीर चोटें आई हैं।
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