पत्नी मेलानिया ट्रंप के दबाव में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, हटाएंगे डिप्टी NSA को, व्हाइट हाउस के अंदर तनाव बढ़ा
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब अपनी पत्नी और फर्स्ट लेडी मेलानिया की एक विश को कैसे पूरा करें, उन्हें यह बात समझ नहीं आ रही है। ट्रंप पर पत्नी मेलानिया की तरफ से लगातार इस बात का दबाव डाला जा रहा है कि वह उस सिक्योरिटी ऑफिसर को नौकरी से निकाल दें, जो अफ्रीका के दौर पर मेलानिया के साथ गई थीं। व्हाइट हाउस से जुड़े दो करीबी सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने इस बात की जानकारी दी है। इस खबर के सामने आने के बाद से ही हर कोई हैरान है। मंगलवार को यह बात सामने आई है कि राष्ट्रपति ट्रंप पर सिक्योरिटी एडवाइजर मीरा रिकारडेल को उनकी नौकरी से हटाने का भारी दबाव है। मेलानिया, मीरा से सख्त नाराज हैं। जिस तरह से मीरा मेलानिया के अफ्रीकी दौरे को हैंडल किया, वह फर्स्ट लेडी को पसंद नहीं आया। यह भी पढ़ें- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में दीया जलाकर मनाई दिवाली
मेलानिया की मांग के आगे झुकेंगे ट्रंप
मीरा, ट्रंप की डिप्टी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर हैं। राष्ट्रपति के दो करीबियों की ओर से बताया गया है कि ट्रंप दबाव में आकर मीरा को निकालने वाले थे लेकिन मंगलवार दोपहर तक सिक्योरिटी एडवाइजर व्हाइट हाउस में ही मौजूद थीं। मेलानिया के ऑफिस की ओर से मीरा को लेकर जब एक बयान जारी किया गया तो कई लोगों को इस पर काफी हैरानी हुई। मेलानिया ट्रंप के ऑफिस की तरफ से सार्वजनिक तौर पर इस बात की मांग कर दी गई थी कि रिकारडेल को उनकी नौकरी से हटा दिया जाए। विशेषज्ञों के मुताबिक इतिहास में पहले भी कई बार फर्स्ट लेडीज की तरफ से राष्ट्रपति के फैसलों में हस्तक्षेप किया गया था। यह पहला मौका है जब किसी प्रथम महिला के ऑफिस की ओर से इस तरह का बयान जारी कर, इस मुद्दे को सार्वजनिक किया गया है।
पहली बार फर्स्ट लेडी के ऑफिस से बयान
मेलानिया ट्रंप की प्रवक्ता स्टेफनी ग्रेशम की ओर से कहा गया, 'फर्स्ट लेडी के ऑफिस का मानना है कि मीरा, व्हाइट हाउस की सेवा करने वाले सम्मान के लायक नहीं हैं।' हालांकि इस बात की कोई भी वजह नहीं बताई गई है कि आखिर मेलानिया क्यों चाहती हैं कि मीरा को उनके पद से हटा दिया जाए। लेकिन कई अधिकारियों की मानें तो यह सारा मसला ट्रंप के अक्टूबर में हुए अफ्रीकी दौरे से जुड़ा हुआ है। मेलानिया ने अपने पति राष्ट्रपति ट्रंप से इस बात की शिकायत की थी कि जिस तरह से मीरा उन्हें ट्रीट करती हैं, उससे वह खुश नहीं हैं। मीरा, बोइंग की पूर्व को-एग्जिक्यूटिव रह चुकी हैं और साल 2016 में अमेरिकी चुनावों के दौरान ट्रंप के प्रचार अभियान से जुड़ी थीं। इस वर्ष की शुरुआत में ही उन्हें नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर जॉन बोल्टन के डिप्टी के तौर पर नियुक्त किया गया था।
मेलानिया ने की थी ट्रंप से शिकायत
व्हाइट हाउस से जुड़े सूत्रों की मानें तो मेलानिया ने खास तौर पर डोनाल्ड ट्रंप से यह बात कही थी कि मीरा ने उनके अफ्रीकी दौरे को ठीक से हैंडल नहीं किया। सूत्रों की ओर से बताया गया है कि अफ्रीकी दौरे पर सरकार की तरफ से जिन संसाधनों को जुटाया गया था, मीरा उसमें बदलाव चाहती थीं। यहीं बात मेलानिया को पसंद नहीं आई। इस पूरे मुद्दे पर नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल (एनएससी) की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है। मीरा रिकारडेल भी पूरी तरह से खामोश हैं। वहीं व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया है कि मीरा और फर्स्ट लेडी की कभी कोई मुलाकात हीं नहीं हुई है। हालांकि व्हाइट हाउस में दिवाली के कार्यक्रम के दौरान रिकारडेल को मुस्कुराते हुए देखा गया था।
एक माह से व्हाइट हाउस में है तनाव
ग्रेशम की तरफ से इस कार्यक्रम के खत्म होने के बाद ही मीरा को लेकर बयान जारी किया गया था। व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स की ओर से भी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। बताया जाता है कि मीरा, एनएससी के कई स्टाफ को पसंद नहीं करती हैं। वहीं वह सिर्फ एनएसए बोल्टन से ही बात करती हैं और बाकी सभी लोगों को नजरअंदाज कर देते हैं। इसके अलावा वह रक्षा मंत्री जिम मैटीस से लेकर कई वर्तमान और पूर्व अधिकारियों को भी सख्त नापसंद करती हैं। सूत्रों पर अगर यकीन करें तो व्हाइट हाउस के अंदर अब तनाव का माहौल बनने लगा है। एक माह से ही जारी पूरे तनाव को कम करने के लिए कई अधिकारियों की कोशिशें नाकाम हो चुकी हैं।