G7: साल 2020 में फ्लोरिडा के आलिशान गोल्फ क्लब पर वर्ल्ड लीडर्स के स्वागत को रेडी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
वॉशिंगटन। अगले वर्ष यानी साल 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान वर्ल्ड लीडर्स की मेजबानी अपने फ्लोरिडा स्थित गोल्फ क्लब्स पर करेंगे। व्हाइट हाउस की तरफ से गुरुवार को इस बात की जानकारी दी गई है। इस ऐलान के आते ही ट्रंप की आलोचना भी शुरू हो गई है। उनके आलोचकों का कहना है कि ट्रंप ने अपने पद का फायदा उठाया है। आपको बात दें कि अगले वर्ष ही अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हैं और ट्रंप, रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर आगे आ रहे हैं।
कैसे आया फ्लोरिडा का आइडिया
ट्रंप के कार्यकारी व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ मिक मुलवाने की तरफ से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रिपोर्ट्स को इस बात की जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया, 'ट्रंप को काफी समय पहले यह आइडिया आया था।' मिक ने आगे कहा, 'हमें लगता है कि जी7 सम्मेलन के लिए यह जगह बेस्ट है।' मुलवाने ने बताया कि इस सम्मेलन में रूस को भी इनवाइट किया जा सकता है। रूस को साल 2014 में जी8 से निकाल दिया गया था। मॉस्को के खिलाफ यह कार्रवाई यूक्रेन पर हमला करने और इसे रूस से अलग करने पर हुई थी। मुलवाने ने बताया कि इस सम्मेलन में क्लाइमेट चेंज पर चर्चा नहीं होगी। मिक मुलवाने, ट्रंप के 33 माह के कार्यकाल में तीसरे चीफ ऑफ स्टाफ हैं। उन्होंने इस बात की जानकारी भी दी कि कैसे ट्रंप ने अपने फ्लोरिडा स्थित रिसॉर्ट पर जी7 की मेजबानी का फैसला किया। मुलवाने की दी हुई जानकारी के मुताबिक एक दिन शाम को एडमिनिस्ट्रेशन के कई ऑफिशियल्स मौजूद थे और सभी करीब एक दर्जन वेन्यू में से एक जगह का नाम फाइनल करने पर माथापच्ची कर रहे थे। इसके बाद ट्रंप ने कहा, 'डोरल के बारे में आपका क्या ख्याल है?'
ट्रंप पर लगे फायदा उठाने के आरोप
मुलवाने ने बताया कि ऑफिशियल्स ने इस पर सोंचने में जरा भी समय नहीं गंवाया। मुलवाने के शब्दों में, 'ऑफिशियल्स ने कहा कि आपको पता है हमने आज से पहले इससे ज्यादा क्रेजी आइडिया के बारे में बिल्कुल नहीं सुना था।' ट्रंप ने इसके बादअपने रिप्रजेंटेटिव्स की एक टीम को 10 जगहों का दौरा करने के लिए भेजा और फिर हवाई के अलावा उटा में दो प्रांतीय जगहों को लिस्ट में शामिल किया गया था। इसके बाद डोराल को एक आदर्श लोकेशन के तौर पर चुना गया। फ्लोरिडा में ही ट्रंप का मार-ए-लागो रिसॉर्ट भी है और इसे इस शिखर सम्मेलन के लिए पर्याप्त नहीं माना गया था। ट्रंप फिलहाल महाभियोग जांच का सामना कर रहे हैं। अमेरिकी प्रतिनिधिसभा की ओर से बार-बार उनके खिलाफ महाभियोग चलाने की मांग की जा रही है। व्हाइट हाउस ने इस ऐलान के साथ ही आलोचकों के उस आरोप को भी सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया है कि ट्रंप ने अपने पद का फायदा उठाया है। व्हाइट हाउस का कहना है कि ब्रांड ट्रंप पहले से ही सफल है और ऐसे में फायदा उठाने का सवाल नहीं उठता।