पहले की तरह फिर ट्रंप बैन करेंगे सात मुसलमान देशों को लेकिन इस बार ऑर्डर होगा कुछ अलग
पहले की ही तरह फिर से पहले वाले बैन में शामिल सात मुसलमान देशों को बैन करने की तैयारी में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। लेकिन इस बार का बैन पहले के बैन की तुलना में होगा थोड़ा अलग।
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर से बैन से जुड़ा एक नया एग्जिक्यूटिव ऑर्डर साइन करने वाले हैं। एक बार फिर राष्ट्रपति ट्रंप उन्हीं सात मुसलमान देशों को बैन करने वाले हैं जिन्हें उन्होंने पहले बैन किया था। लेकिन इस बार उनका यह बैन पहले वाले बैन की तुलना में थोड़ा अलग है। हालांकि ट्रंप अभी अपने पहले वाले बैन को लेकर कानूनी लड़ाई का सामना कर रहे हैं।
क्या है इस ऑर्डर में नया
राष्ट्रपति ट्रंप ने 27 जनवरी को मुसलमान देशों को बैन करने से जुड़ा जो एग्जिक्यूटिव ऑर्डर साइन किया था, उसके तहत उन्होंने सीरिया, इराक, यमन, इरान, लीबिया, सूडान और सोमालिया को बैन कर दिया था। अब अपने नए आदेश के तहत ट्रंप एक बार फिर इन्हीं सात देशों को बैन करने वाले हैं। न्यूज एजेंसी एपी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस बार ट्रंप ने जो ड्राफ्ट तैयार किया है, उसके तहत सिर्फ उन लोगों को रोका जाएगा जिनके पास वीजा नहीं है और जो पहले कभी भी अमेरिका नहीं आए हैं। पहले के ऑर्डर से अलग इस बार ट्रंप बैन देशों के उन लोगों को अमेरिका में आने से नहीं रोकेंगे जिनके पास ग्रीन कार्ड यानी अमेरिका की स्थायी नागरिकता है या फिर वीजा है। इन लोगों को किसी भी तरह के प्रतिबंधों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
पिछले हफ्ते किया था इशारा
ट्रंप ने पहले जो आदेश जारी किया था उसके बाद अमेरिकी एयरपोर्ट्स और पूरी दुनिया में एक अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई थी। जिनके पास वीजा या फिर ग्रीन कार्ड था, उन्हें भी अमेरिका में एंट्री देने से रोक दिया गया था और कई विदेशी नागरिकों को एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया था जिसमें कई भारतीय भी शामिल थे। ट्रंप के उस एग्क्यिूटिव ऑर्डर के कई फेडरल जजों ने ब्लॉक कर दिया। कोर्ट्स की ओर से कहा गया कि यह आदेश कानूनी अप्रवासियों से जुड़े संवैधानिक सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन करता है। ट्रंप ने पिछले हफ्ते भी कहा था कि वह कोर्ट के आदेश से सहमत नहीं हैं और उनका नया ऑर्डर कोर्ट के फैसलों के अनुरुप ही होगा। ट्रंप ने उस समय कहा था कि वह अगले हफ्ते हम एक नया एग्जिक्यूटिव एक्शन लेने जा रहे हैं और यह पूरी तरह से हमारे देश को बचाने वाला होगा।