यूक्रेन युद्ध के बीच बोले डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिकी जेट में चीन का झंडा लगाकर रूस पर बम बरसा दो, फिर कहेंगे....
वॉशिंगटन, मार्च 06: यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बेहद हैरान करने वाला बयान दिया है। डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यक्रम में कहा है कि, अमेरिका अपने फाइटर जेट में चीन का झंडा लगाए और फिर रूस पर जाकर बम बरसा दे। यूक्रेन युद्ध के बीच पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान काफी अजीबोगरीब है और इससे पहले भी यूक्रेन युद्ध के लिए डोनाल्ड ट्रंप, मौजूदा अमेरिकी प्रशासन को 'डरपोक' बता चुके हैं।

यूक्रेन युद्ध पर बोले डोनाल्ड ट्रंप
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के शीर्ष दानदाताओं के कार्यक्रम में काफी हैरान करने वाला बयान दिया है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, ''अमेरिका को अपने एफ-22 लड़ाकू विमानों पर चीनी झंडा लगाना चाहिए और रूस को बम से उड़ा देना चाहिए। और फिर हम कहेंगे, कि ये काम चीन ने किया है''। डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा कि, ''हमारे ऐसा करने के बाद रूस और चीन आपस में लड़ेंगे और हम बैठकर देखेंगे"। डोनाल्ड ट्रंप के इतना बोलने के साथ ही कार्यक्रम में मौजूत तमाम लोग हंसने लगे और डोनाल्ड ट्रंप भी हंस रहे थे।

रूस पर ट्रंप के सीनेटर्स की अभद्र टिप्पणियां
डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध पर ये टिप्पणी उस वक्त की है, जब रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर्स रूस को लेकर दिए गये अपनी विवादित टिप्पणियों की वजह से पहले ही निशाने पर हैं। डोनाल्ड ट्रंप से पहले अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने लाइव टेलीविजन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या का आह्वान किया था। फॉक्स न्यूज पर एक लाइव कार्यक्रम के दौरान उन्होंने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को लेकर विवादित बयान दिया था और उनके बयान को लेकर रूस ने अमेरिका से सफाई मांग है। अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा कि, रूस में किसी को कदम बढ़ाना होगा और "इस आदमी को बाहर निकालना होगा"। सीनेटर ने दोहराते हुए कहा कि, केवल रूसी लोग ही इस मुद्दे को ठीक कर सकते हैं। वहीं, अमेरिकी सीनेटर का दिया गया विवादित बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

ट्रंप ने नाटो को बताया ‘कागजी बाघ’
जिस नाटो को लेकर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है, उस नाटो को डोनाल्ड ट्रंप ने 'कागजी बाघ' बताया है और कहा है कि, ''आखिर किस प्वाइंट पर जाकर देश कहना शुरू करेंगे, कि, नहीं, अब हम मानवता के खिलाफ होने वाले अपराधों को बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम हम इसे नहीं होने देंगे... हम इसे जारी नहीं नहीं रहने देंगे।" आगे बोलते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, "हमें बाडेन को यह कहने से रोकना होगा और हमें ये बात सुननी होगी, कि हम रूस पर हमला नहीं कर सकते, क्योंकि वो एक परमाणु संपन्न देश है"। ट्रम्प ने कहा कि, ''जैसा कि सीबीएस न्यूज द्वारा रिपोर्ट किया गया है, आप जानते हैं कि यह कौन कह रहा है? ठीक है, यह तथ्य या कल्पना है, कि हम रूस पर हमला नहीं करेंगे। आप देखिए, वे एक परमाणु शक्ति हैं।' ओह, हमें बताने के लिए धन्यवाद''। डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति जो बाइडेन की उस बयान की आलोचना कर रहे थे, जिसमें उन्होंने रूस के खिलाफ सैन्य अभियान छेड़ने से मना कर दिया है।

डोनाल्ड ट्रंप का बदलता बयान
यूक्रेन युद्ध के बीच डोनाल्ड ट्रंप लगातार बयानबाजी कर रहे हैं और जिस दिन रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था, उस दिन डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन की तारीफ करते हुए उन्हें 'जीनियस' कहा था, जिसके बाद अमेरिका में उनकी काफी आलोचना की गई और फिर डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के खिलाफ आक्रामक बयान देने शुरू कर दिए और अब रूस के खिलाफ यूक्रेन में सेना नहीं भेजने को लेकर जो बाइडेन की आलोचना करते हुए उन्हें डरपोक बताते हैं।

अपनी पीठ खुद थपथपाई
इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पीठ थपथपाते हुए कहा था, कि, वह 21वीं सदी के एकमात्र ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति हैं, जिनकी निगरानी में रूस ने किसी दूसरे देश पर आक्रमण नहीं किया। ट्रंप ने कहा था कि, "बुश के शासनकाल में रूस ने जॉर्जिया पर हमला किया था। ओबामा के शासनकाल में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया और अब बाइडेन के कार्यकाल में रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया।" वहीं, रिपब्लिकन सीनेटर रिक स्कॉट ने एक इंटरव्यू में कथित तौर पर कहा है किस उनकी राय में यूक्रेन में अमेरिकी सैनिकों को भेजने से पूरी तरह इनकार नहीं किया जाना चाहिए।

रूसी राजदूत ने जताया ऐतराज
वहीं, अमेरिका में रूस विरोधी बयानबाजी पर रूस और अमेरिका में काफी तनाव है और रूसी दूत अनातोली एंटोनोव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, "अमेरिका में रूस विरोधी बयानबाजी बेतुकेपन की हद तक पहुंच गई है। ऐसी धारणा है कि स्थानीय राजनेता अपने बयानों को लेकर पूरी तरह से जागरूक नहीं हैं। वाशिंगटन में उठी आवाजें, नारे, अधिक से अधिक गैर-जिम्मेदार, उत्तेजक और, सबसे महत्वपूर्ण बात, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद जोखिम भरे होते जा रहे हैं।"

अमेरिकियों को आई डोनाल्ड ट्रंप की याद
शुक्रवार को जारी एक नए सर्वेक्षण के अनुसार, करीब दो तिहाई अमेरिकियों का मानना है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर आक्रमण नहीं करते। हार्वर्ड सेंटर फॉर अमेरिकन पॉलिटिकल स्टडीज-हैरिस पोल सर्वेक्षण में करीब दो तिहाई अमेरिकियों ने जो बाइडेन की रणनीति पर सवाल उठाए हैं और सर्वे में शामिल 62 प्रतिशत अमेरिकियों का कहना है कि, अगर डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति होते, तो वो व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन में युद्ध अपराध नहीं करने देते। सबसे दिलचस्प बात ये है, कि जो बाइडेन की अपनी ही डेमोक्रेटिक पार्टी के 39 प्रतिशत लोगों ने डोनाल्ड ट्रंप पर भरोसा जताया है, जबकि 85 प्रतिशत रिपब्लिकन्स ने कहा है कि, डोनाल्ड ट्रंप इस युद्ध को रोक सकते थे।