अपने खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया को डोनाल्ड ट्रंप ने शर्मनाक और फर्जी बताया
वॉशिगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने खिलाफ शुरू हुई महाभियोग की प्रक्रिया को फर्जी बताया है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मेरे खिलाफ शुरू हुई महाभियोग की प्रक्रिया शर्मनाक और फर्जी है। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ ऐतिहासिक महाभियोग की प्रक्रिया आज उपरी सदन सीनेट में शुरू हो गई है। आज शुरू हुई इस महाभियोग प्रक्रिया में ट्रंप के पक्ष में दलीलें दी जा रही हैं। ट्रंप के बचाव पक्ष में कहा गया कि डेमोक्रैट्स की ओर से जो भी आरोप लगाए गए हैं उन्हें साबित करने के लिए किसी भी तरह के कोई सबूत नहीं हैं।
लोगों की इच्छा को पलटने की कोशिश
इससे पहले ट्रंप पर लगे आरोपों पर व्हाइट हाउस की कानूनी टीम की ओर से कहा गया था कि महाभियोग का प्रस्ताव लाना देश के लोगों की इच्छा को पलटने की कोशिश है। महाभियोग के जरिए 2016 के लोगों के फैसले को बदलने और 2020 में चुनाव में हस्तक्षेप की कोशिश की जारही है। यह एक घिनौना और गैरकानूनी प्रयास है। व्हाइट हाउस की ओर से कहा गया है कि यह पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण प्रयास है और इस तरह की कोशिशें उस दिन से ही शुरू हो गई हैं जब डोनाल्ड ट्रंप ने पहले दिन व्हाइट हाउस में अपना कार्यभार संभाला था।
आरोपों को खारिज करने की मांग
ट्रंप की कानूनी टीन ने सीनेट की प्रतिनिधि सभा द्वारा पारित महाभियोग के प्रस्ताव में लगाए गए दो आरोपों को खारिज करने की अपील की थी। कानूनी टीम की ओर से कहा गया था कि यह अमेरिका के लोगों के अधिकार पर एक बड़ा हमला है, लिहाजा इसे खारिज कर देना चाहिए। बता दें कि प्रतिनिधि की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने अमेरिका के एक व्हिसल ब्लोअर की शिकायत के आधार पर महाभियोग की प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की थी। आरोप लगाया गया था कि ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए विदेशी मदद लेने की कोशिश की थी।
यूक्रेन विवाद
दरअसल डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्पपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से फोन पर बात की थी, जिसके बाद उनके इस फोन कॉल को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। आरोप है कि ट्रंप ने डेमोक्रेट प्रतिद्वंदी जो बिडेन को बदनाम करने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति पर दबाव बनाया था, ताकि चुनाव में उन्हें मदद मिल सके। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया था।