अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ऐलान, खत्म हुई चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ दोस्ती
न्यूयॉर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह स्वीकार किया है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी दोस्ती अब खत्म हो चुकी है। बुधवार को ट्रंप ने इसके साथ ही चीन पर आरोप लगाया कि आने वाले अमेरिकी चुनावों में वह उनकी जीत की संभावनाओं को कमजोर करने की कोशिशों में लगा हुआ है। अमेरिका और चीन के बीच इस समय व्यापार को लेकर कई और मुद्दे पर तनातनी चल रही है। ट्रंप ने कहा है कि चीन चाहता है कि आने वाले चुनावों में उन्हें हार मिले और ट्रेड टैरिफ के मसले पर वह उनसे बदला ले सके। आपको बता दें कि चुनाव जीतने के बाद जिनपिंग पहले ऐसे नेता था जिनका स्वागत ट्रंप ने बतौर राष्ट्रपति देश में स्वागत किया था। इसके बाद ट्रंप भी चीन के दौरे पर गए थे और यहां उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया था।
जिनपिंग के साथ रिश्तों ने लिया नया टर्न
ट्रंप ने कहा कि जिनपिंग के साथ उनके रिश्तों ने अब एक नया टर्न ले लिया है जिसका एक बुरा असर आगे देखने को मिलने वाला है। जनवाी 2017 में व्हाइट हाउस पहुंचने के बाद ट्रंप ने कई बार जिनपिंग की तारीफ की। उन्होंने साथ ही नॉर्थ कोरिया पर दबाव बनाने के लिए भी चीनी राष्ट्रपति की तारीफों के पुल बांधे थे। लेकिन बुधवार को न्यूयॉर्क में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब उनसे पूछा गया कि तनाव के बीच क्या जिनपिंग उनके दोस्त बने रहेंगे? ट्रंप ने जवाब में कहा, 'वह अब मेरे दोस्त नहीं हैं लेकिन मुझे लगता है कि वह मेरा सम्मान करते हैं।'अमेरिका की तरफ से इस हफ्ते चीनी उत्पादों पर 200 बिलियन डॉलर का नया टैरिफ लगा दिया गया है। चीन ने भी प्रतिक्रिया स्वरूप अमेरिकी उत्पादों पर 60 बिलियन डॉलर के सामानों पर टैरिफ लगा दिया है।
ट्रंप को हराने की कोशिश कर रहा चीन
डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर कई हथकंडों के जरिए नवंबर में होने वाले मध्यावधि चुनावों में उनकी जीत के मौके कम करने का आरोप लगाया। ट्रंप की तरफ से यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) में हुई एक मीटिंग में चीन पर चुनावों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया। यह मीटिंग भी बुधवार को हुई थी और इसकी अध्यक्षता ट्रंप ने ही की थी। ट्रंप ने चैंबर को बताया, 'बहुत ही अफसोस की बात है कि चीन हमारे यहां नवंबर में होने वाले साल 2018 के मध्यावधि चुनावों में मेरे प्रशासन के खिलाफ हस्तक्षेप करने की कोशिशें कर रहा है।' ट्रंप ने कहा कि चीन नहीं चाहता है कि उन्हें इन चुनावों में जीत मिले क्योंकि वह अमेरिका के पहले राष्ट्रपति हैं जिन्होंने चीन को व्यापार के मुद्दे पर चुनौती दी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा कि उनके पास चीन के हस्तक्षेप को साबित करने के लिए पर्याप्त सुबूत हैं।
चीन ने कहा आरोप बेबुनियाद
चीन के विदेश मंत्री वैंग वाई ने ट्रंप की ओर से लगाए गए इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया। वाई ने ट्रंप के आरोपों को 'बेबुनियाद' करार दिया। वाई ने कहा कि चीन ने हमेशा से ही गैर-हस्तक्षेप का सिद्धांत अपनाया है। चीन कभी किसी देश के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता है। ऐसे में चीन के खिलाफ लगाए गए किसी भी प्रकार के बेबुनियाद आरोपों को हम मानने से इनकार करते हैं। लेकिन ट्रंप एक के बाद एक आरोप चीन पर लगाते गए। ट्रंप ने ट्वीट कर चीन पर आरोपों की बौछार कर दी। ट्रंप ने कहा कि चीन की सरकार अमेरिका के अखबारों में अपने संदेश के लिए जगह के लिए भारी रकम की अदायगी कर रहा है। ट्रंप ने इन्हें 'प्रपोगेंडा' एड करार दिया।