अमेरिका ने की अंतरिक्ष कमान की स्थापना, ट्रंप बोले-चुनौती देने वालों को चुकानी होगी बड़ी कीमत
वॉशिंगटन। अमेरिका की नजर अब अंतरिक्ष पर कब्जा जामाने की है। क्योंकि अमेरिका में भविष्य के युद्ध क्षेत्र अंतरिक्ष में अपने हितों की रक्षा करने के लिए अंतरिक्ष कमान की स्थापना की है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को आधिकारिक रूप से इस कमा न को औपचारिक रूप से लॉन्च किया। जनरल जॉन डब्ल्यू रेमंड को नवगठित अमेरिकी अंतरिक्ष कमान का कमांडर नियुक्त किया गया है। बता दें कि इस कमान की स्थापना अमेरिकी सेना की 11वीं एकीकृत लड़ाकू कमान के तौर पर की गई है।
व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में आयोजित औपचारिक समाहोर में ट्रंप ने इसे बड़ी पहल करार दिया। उन्होंने कहा कि नवगठित लड़ाकू कमान स्पेसकॉम अंतरिक्ष में अमेरिकी हितों की रक्षा करेगी जो अगला युद्ध क्षेत्र होगा। इस समारोह में अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस और रक्षामंत्री मार्क एस्पर भी मौजूद थे।
दरअसल ट्रंप प्रशासन को खतरा है कि रूस और चीन अंतरिक्ष में अमेरिका के लिए संभावित खतरा पैदा कर सकते हैं। लेकिन उससे पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्रंप ने कहा कि अब जो भी अमेरिका का अहित करने की मंशा रखेगा हमें अंतरिक्ष में चुनौती देने की कोशिश करेगा उसे बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। ट्रंप ने कहा कि हमारे विरोधी नई तकनीकों की मदद से अमेरिकी उपग्रहों को निशाना बनाकर पृथ्वी की कक्षाओं का शस्त्रीकरण कर रहे हैं। ये उपग्रह युद्ध क्षेत्र अभियानों और हमाले जीने के तरीके के लिए महत्वपूर्ण हैं।
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के खिलाफ दागी गई मिसाइलों का पता लगाकर उन्हें नष्ट करना अंतरिक्ष में संचालन की हमारी आजादी के लिए जरूरी है। ट्रंप ने कहा कि हमने भूमि, हवा, समुद्र और साइबर जगत को युद्ध क्षेत्र के रूप में पहचाना है और अब हम अंतरिक्ष को एक स्वतंत्र क्षेत्र समझेंगे जिस पर एकीकृत लड़ाकू कमान निगरानी रखेगी। इस दौरान ट्रंप ने कहा कि जल्द ही सेना की छठी ईकाई के तौर पर अमेरिकी अंतरिक्ष बल की स्थापना की जाएगी। यह बल स्पेसकॉम मिशन के लिए सैनिकों को प्रशिक्षित करने और साजों सामान मुहैया कराने में मदद करेगा।
यह भी पढ़ें- पाक में सिख लड़की को जबरन मुस्लिम बना कराया निकाह, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इमरान खान से की कार्रवाई की मांग