'बाइडेन ने अमेरिका का छीछालेदर कर दिया', अमेरिकी संकट पर भड़के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
वॉशिंगटन, जनवरी 21: जो बाइडेन को अमेरिका का राष्ट्रपति बने एक साल बीत चुका है। पिछले साल 20 जनवरी को जो बाइडेन ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी, लेकिन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जो बाइडेन के एक साल के कार्यकाल से काफी नाराज हैं और उन्होंने कहा है कि, जो बाइडेन ने पिछले एक साल में अमेरिका का छीछालेदर, यानि पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है।

बाइडेन पर बरसे ट्रंप
बाइडेन पर बरसते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद से उन्होंने अमेरिका को 'बिल्कुल नष्ट' कर दिया गया है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में सप्लाई चेन के बुरी तरह से प्रभावित होने को लेकर बाइडेन के सिर नाकामी का ठीकरा फोड़ा है। आपको बता दें कि, आज से ठीक एक साल पहले डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस छोड़ा था और वो अभी भी अमेरिकी चुनाव में धांधली होने का आरोप लगाते रहते हैं और इस बात की बहुत संभावना है कि, डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में अगला राष्ट्रपति का चुनाव लड़ेंगे।

'नष्ट हो रहा है हमारा देश'
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में बताया है कि, "हमने बहुत कुछ किया था, और अब मैं देख रहा हूं कि हमारे देश के साथ क्या हो रहा है। हमारा देश पूरी तरह नष्ट हो रहा है।" ट्रंप ने कहा कि, 'हमारी गरिमा, हमारी ताकत, इसे छीना और नष्ट किया जा रहा है। मुझे नहीं पता था कि देश इतनी बुरी तरह और इतनी जल्दी नीचे जा सकता है।' उन्होंने विशेष रूप से आपूर्ति श्रृंखला के मुद्दों के लिए बाइडेन को निशाने पर लिया, जिससे अमेरिका इन दिनों बुरी तरह से प्रभावित है। अमेरिका में कोविड की वजह से कर्मचारियों की भारी दिक्कत है और ट्रकों के ड्राइवर नहीं मिल रहे हैं, कि सामानों की डिलीवरी की जाए, लिहाजा अमेरिका के कई इलाकों में दैनिक सामानों की काफी किल्लत हो गई है।

'ठीक करने में लगेगा काफी वक्त'
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की हालत खराब होने का दावा करते हुए कहा है कि, 'अमेरिका की स्थिति सही करने में काफी लंबा वक्त लगेगा'। आपको बता दें कि, कोविड महामारी के समय में वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर काफी गहरा असर पड़ा है और कई देशों में आपूर्ति ऋृंखला खराब हुई है, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि, जब तक वो अमेरिका के राष्ट्रपति थे, उन्होंने सप्लाई चेन पर जरा भी असर नहीं पड़ने दिया। आपको बता दें कि, अमेरिका के कई बंदरगाहों पर इस वक्त हजारों कंटेनर जमा हैं और उन्हें गंतव्य स्थानों पर पहुंचाने वाला कोई नहीं है। कईऊ बंदरगाहों की स्थिति ये है, कि वहां कई किलोमीटर तक सिर्फ बड़े बड़े कंटेनर ही दिखाई दे रहे हैं, दिनमें दैनिक उपयोग के अलग अलग सामान हैं, जो अलग अलग देशों से आए हैं।

अमेरिका में महंगाई
आपको बता दें कि, अमेरिका में इन दिनों महंगाई भी चरम पर है और महंगाई दर ने पिछले 40 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले कई महीनों से अमेरिकी अर्थशास्त्री लोगों को भरोसा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं, कि महंगाई दर कम हो जाएगी, लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा है। लेकिन, स्थिति ये है कि, व्हाइट हाउस के कई बड़े अधिकारी भी बढ़ती महंगाई दर से काफी परेशान होने लगे हैं। एक तरफ अमेरिका कोरोना संकट से निकलने की कोशिश कर रहा है, लेकिन महंगाई से लोगों को निजात नहीं मिल रही है। हालांकि, दूध और गैस की कीमत में थोड़ी सी कमी जरूर आई है, लेकिन ऐसी आशंका है कि, अगले साल भी महंगाई दर इसी तरह से बनी रहेगी।

बाइडेन ने दिया था आर्थिक पैकेज
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने महंगाई को काबू में करने के लिए और अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए 2 लाख करोड़ डॉलर का आर्थिक पैकेज दिया था और पिछले साल मार्च महीने में ज्यादादर अमेरिकी लोगों को 1400 डॉलर सीधे अकाउंट में भी भेजे गये थे और अमेरिका में यूरोप के मुकाबले महंगाई बढ़ने की ये भी एक बड़ी वजह है।
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