डोनाल्ड ट्रंप ने पर्सनल ई-मेल के प्रयोग पर किया बेटी इवांका का बचाव, कभी कही थी हिलेरी को जेल भेजने की बात
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आधिकारिक काम के लिए अपने पर्सनल ई-मेल अकाउंट के प्रयोग करने की खबरों पर बेटी इवांका ट्रंप का बचाव किया है। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की ओर से दी गई रिपोर्ट में कहा गया था कि इवांक ने सरकारी कामकाज से संबंधित सैकड़ों ई-मेल अपने पर्सनल अकाउंट का प्रयोग कर भेजे थे। ट्रंप की मानें तो ई-मेल में कोई भी गोपनीय जानकारी नहीं थी और न ही सूचनाओं को डिलीट किया गया। दिलचस्प बात है कि साल 2016 में राष्ट्रपति चुनावों के दावेदार के तौर पर ट्रंप ने पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन पर शीर्ष अमेरिकी राजनयिक रहते हुए अपने कार्यकाल के दौरान निजी ई-मेल सर्वर के प्रयोग पर ही हमला बोला था।
हिलेरी की तरह इवांका ने डिलीट नहीं किए मेल
ट्रंप ने अपनी बेटी इवांका के बचाव में कहा कि इवांका ने मेल को उस तरह से डिलीट नहीं किया जिस तरह से हिलेरी क्लिंटन ने किया था। ट्रंप का दावा था कि हिलेरी ने करीब 33,000 मेल डिलीट किए थे। ट्रंप ने कहा कि इवांका ने अपने ई-मेल छिपाने के लिए कोई काम नहीं किया और उन्होंने जो कुछ भी किया वह सबकुछ रिकॉर्ड बुक में है। इवांका, ट्रंप प्रशासन में बतौर सलाहकार नियुक्त हैं। वॉशिंगटन पोस्ट ने कहा है कि इवांका ने एक दो नहीं बल्कि सैंकड़ों ई-मेल अपने पर्सनल अकाउंट के जरिए भेजे। इवांका ने ये सभी ई-मेल व्हाइट हाउस के सहयोगियों, ट्रंप प्रशासन के सदस्यों और अपने असिस्टेंट्स को भेजे थे।
कई ई-मेल तो ऐसे थे जिनमें पब्लिक रिकॉर्डस नियमों का उल्लंघन किया गया था। ट्रंप ने साल 2016 में हिलेरी क्लिंटन की इस बात के लिए बुरी तरह आलोचना की थी कि उन्होंने विदेश मंत्री रहते हुए अपने निजी ई-मेल सर्वर का प्रयोग किया था। ट्रंप ने तो इस बात के लिए हिलेरी को जेल तक भेजने की बात कह डाली थी। लेकिन अब जब बेटी पर बात आई है तो ट्रंप पूरी तरह से खामोश हैं। वहीं इवांका के वकील एबे लॉवेल के प्रवक्ता पीटर मिरजानियन ने इवांका का बचाव करते हुए कहा है कि सरकार बदलने के दौरान उन्होंने कभी-कभार निजी अकाउंट का प्रयोग किया।