क्यों अमेरिका में ट्रंप ने लगाई इमरजेंसी, जानिए पूरी कहानी
वॉशिंगटन। अमेरिका एक और शटडाउन की तरफ न चला जाए, इसके लिए कांग्रेस के दोनों सदन (हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव और सीनेट) में ट्रंप की मांग को देखते हुए मेक्सिको की सीमा पर दीवार खड़ी करने के लिए गुरुवार को फंडिंग बिल पास हुआ, लेकिन उसके कुछ ही घंटे बाद अमेरिका के राष्ट्रपति ने देश में राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा कर दी। डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को अमेरिका में आपातकाल की घोषणा करते हुए कहा कि 'गैंग बनाकर सीमा में प्रवेश कर रहे राक्षसों, तस्करों, घुसपैठियों और अपराध को रोकने के लिए यही अच्छा कदम है। डोनाल्ड ट्रंप पिछले कई महीनों से मेक्सिको की सीमा पर एक दीवार खड़ी करने की मांग कर रहे हैं, ताकि अमेरिका में अवैध घुसपैठियों को रोका जा सके। ट्रंप को इसके लिए 5.7 बिलियन डॉलर की आवश्यकता है, लेकिन गुरुवार को जो बिल पास हुआ था, उससे सिर्फ 1.4 बिलियन डॉलर तक ही मदद मिल पा रही थी, जिसके बाद आखिरकार ट्रंप ने अपने देश में आपातकाल लगाकर ही दीवार खड़ी करने की ठान ली।
ट्रंप
क्यों
चाहते
हैं
मेक्सिको
की
सीमा
पर
दीवार?
मेक्सिको
के
दक्षिणी
सीमा
पर
ट्रंप
चाहते
हैं
कि
एक
दीवार
खड़ी
की
जाए,
ताकि
अवैध
रूप
से
बाहरी
घुसपैठियों
को
अमेरिका
में
घुसने
से
रोका
जा
सके।
ट्रंप
अपने
चुनावी
रैलियों
से
ही
अमेरिकी
जनता
से
मेक्सिको
की
सीमा
पर
दीवार
खड़ी
करने
का
वादा
करते
आए
हैं।
अगले
साल
अमेरिका
में
आम
चुनाव
होने
हैं
और
इस
बीच
ट्रंप
लगातार
अपने
ऊपर
दीवार
को
लेकर
दबाव
महसूस
कर
रहे
हैं।
ट्रंप
की
मांग
के
मुताबिक
मेक्सिको
की
सीमा
पर
अमेरिका
को
350
किमी
लंबी
दीवार
खड़ी
करनी
होगी
और
इसके
लिए
5.7
बिलियन
डॉलर
का
खर्चा
आएगा।
अमेरिका
में
ज्यादातर
अवैध
घुसपैठियों
की
एंट्री
मेक्सिको
की
सीमा
से
ही
होती
है
इस
आपातकाल
के
बाद
अब
क्या
होगा?
आपातकाल
का
इस्तेमाल
कर
डोनाल्ड
ट्रंप
मेक्सिको
की
सीमा
पर
दीवार
बनाने
की
रणनीति
के
साथ
आगे
बढ़ेंगे।
अपनी
शक्तियों
का
इस्तेमाल
कर
ट्रंप
फेडरल
बजट
से
फंडिंग
इकट्ठा
कर
दीवार
का
निर्माण
शुरू
करेंगे।
इस
दौरान
ट्रंप
पर
अन्य
किसी
भी
प्रकार
का
कोई
दबाव
नहीं
होगा।
व्हाइट
हाउस
चीफ
स्टाफ
मिक
मुलवैने
ने
कहा
कि
दीवार
बनाने
के
लिए
व्हाइट
हाउस
करीब
8
बिलियन
डॉलर
फंड
इकट्ठा
कर
लेगी।
हालांकि,
ये
सब
इतना
आसान
भी
नहीं
है,
क्योंकि
अगर
ट्रंप
दीवार
के
लिए
मिलिट्री
बजट
में
भारी
कटौती
करते
हैं,
तो
उन्हें
जबरदस्त
विरोध
का
सामना
करना
पड़
सकता
है।
वहीं,
ट्रंप
की
नीतियों
की
आलोचक
और
हाउस
ऑफ
रिप्रजेंटेटिव
में
स्पीकर
नैंसी
पेलोसी
ने
कहा
कि
वे
अमेरिकी
संविधान
के
टुकड़े
नहीं
होने
देंगे।
अमेरिका
में
कैसा
है
आपातकाल
का
इतिहास?
कोरिया
युद्ध
(1950-1953)
के
दौरान
अमेरिका
ने
पहली
बार
राष्ट्रीय
आपातकाल
झेला
था।
कोरिया
युद्ध
में
चीन
के
दखल
के
बाद
दुनिया
के
सबसे
पुराने
लोकतांत्रिक
देश
अमेरिका
के
राष्ट्रपति
हैरी
एस
ट्रूमैन
ने
अपने
देश
में
आपाताकल
लागू
कर
दिया
था।
उसके
बाद
अमेरिकी
कांग्रेस
ने
1976
में
राष्ट्रीय
आपातकाल
को
लेकर
एक
कानून
(नेशनल
इमरजेंसी
एक्ट
1976
)
बनाया,
जिसके
मुताबिक,
कोई
भी
राष्ट्रपति
जब
चाहे
अपने
इच्छा
अनुसार
देश
में
आपातकाल
लागू
कर
सकता
है।
इस
कानून
के
मुताबिक,
एक
साल
के
बाद
राष्ट्रीय
आपातकाल
स्वत:
ही
खत्म
हो
जाता
है,
जब
तक
कि
इसका
नवीनीकरण
नहीं
होता
और
अक्सर
यही
देखा
गया
है।
1976
कानून
के
बाद
पहली
बार
1979
में
ईरान
संकट
के
दौरान
अमेरिका
के
राष्ट्रपति
जिमी
कार्टर
ने
अपने
देश
में
आपातकाल
लागू
किया
था।
1979
से
लेकर
अब
तक
यानी
की
पिछले
चार
दशकों
में
अमेरिका
50
से
ज्यादा
बार
राष्ट्रीय
आपातकाल
झेल
चुका
है।
अमेरिका
में
आपातकाल
की
कई
सारी
वजह
हैं,
जिसमें
यमन,
सीरिया,
नॉर्थ
कोरिया
और
ईरान
के
साथ
डील
से
लेकर
आतंकवादी
संगठनों
के
खिलाफ
प्रतिबंध
और
9/11
जैसे
हमले
शामिल
है।
अमेरिका
में
आपातकाल
को
लेकर
पिछले
दो
दशकों
की
बात
की
जाए
तो
बुश
ने
13
बार
और
ओबामा
ने
अपने
कार्यकाल
में
12
बार
आपातकाल
का
इस्तेमाल
किया
है।
वहीं,
ट्रंप
अभी
तक
तीन
बार
इस
शक्ति
का
इस्तेमाल
कर
चुके
हैं।