TikTok पर बैन के ट्रंप के आदेश पर अमेरिकी कोर्ट ने लगाई रोक, जज ने नहीं बताई आदेश जारी करने की वजह
वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टिक टॉक पर अमेरिका में बैन लगा दिया था। (Donald Trump ban on TikTok) डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के इस फैसले पर अमेरिका की एक अदालत ने अस्थायी तौर पर रोक लगा दी। हालांकि अमेरिकी अदालत ने ट्रंप के टिक टॉक बैन वाले फैसले पर रोक लगाने के पीछे की वजह नहीं बताई है। ट्रंप प्रशासन ने रविवार (27 सितंबर) के बाद टिक टॉक के डाउनलोड करने पर बैन लगाया था। राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताते हुए डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने टिक टॉक के नए डाउनलोड को प्रतिबंधित किया था।

वाशिंगटन के एक डिस्ट्रिक्ट जज ने लगाई ट्रंप के फैसले पर रोक
ट्रंप प्रशासन द्वारा टिक टॉक बैन के आदेश को प्रभावी होने के पहले ही रविवार (27 सितंबर) की सुबह वाशिंगटन के एक डिस्ट्रिक्ट जज कार्ल निकोल्स (US District Judge Carl Nichols) ने टिक टॉक की मालिक कंपनी बाइटडांस (ByteDance) के अनुरोध पर अस्थायी रोक का आदेश जारी किया। जज ने देश जारी करने की कोई वजह नहीं बताई है लेकिन इतना जरूर कहा है कि वह इस मामले पर बाद में अपना फैसला सुनाएंगे।
टिक टॉक के मालिक, बाइटडांस ने राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा अमेरिकी ऐप स्टोरों से टिक टॉर को आदेश देने के बाद होल्ड करने का अनुरोध किया था, जब तक कि कंपनी ने अपने अमेरिकी परिचालन में हिस्सेदारी एक घरेलू खरीदार को नहीं बेच देती।

10 करोड़ अमेरिकन करते हैं चाइनीज ऐप TikTok का इस्तेमाल
ट्रंप प्रशासन ने कहा था कि रविवार (27 सिंतबर) के बाद एप्पल और गूगल प्ले स्टोर से टिक टॉक को डाउनलोड नहीं किया जा सकेगा। जो डाउनलोड करने योग्य ऐप्स के लिए सबसे व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले स्टोर हैं। जिसके बाद कोई भी नए तरीके से टिक टॉक डाउनलोड नहीं कर पाएगा। टिक टॉक का उपयोग नियमित रूप से 10 करोड़ अमेरिकियों द्वारा किया जाता है।
सुनवाई के दौरान बाइटडांस के वकील ने बैन पर कहा था, आज रात (रविवार) से इस बैन पर प्रतिबंध लगाने का क्या मतलब है जबकि इस पर अभी बातचीत चल ही रही है।

TikTok बैन पर ट्रंप ने क्या कहा?
डोनाल्ड ट्रंप ने टिक टॉक बैन पर कहा था, इन ऐप्स के जरिए यूजर से बड़ी तादाद में जानकारी ली जा रही है और ये वास्तव में एक जोखिम है। इस डेटा को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से एक्सेस किया जा सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने अगस्त 2020 में टिक टॉक को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए इसे बैन करने का आदेश जारी किया था। हालांकि टिक टॉक मालिक बाइटडांस ने इन आरोपों को खारिज किया था। टिक टॉक को बाइटडांस नाम की कंपनी ने 2017 में लॉन्च किया था। बाइटडांस एक चीनी कंपनी है। पूरी दुनिया में टिक-टॉक के 50 करोड़ यूजर हैं।
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