डोनल्ड ट्रंप का ऐलान, तैयार करेंगे नई 'स्पेस फ़ोर्स'
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कहा है कि वो अमरीकी सेना की छठी शाखा बनाना चाहते हैं जो 'अंतरिक्ष सेना' यानी 'स्पेस फ़ोर्स' होगी.
ट्रंप ने सोमवार को कहा कि देश की सुरक्षा के लिए ये ज़रूरी है कि स्पेस में अमरीका की केवल मौजूदगी नहीं बल्कि दमदार और प्रभावी मौजूदगी हो.
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने कहा है कि वो अमरीकी सेना की छठी शाखा बनाना चाहते हैं जो 'अंतरिक्ष सेना' यानी 'स्पेस फ़ोर्स' होगी.
ट्रंप ने सोमवार को कहा कि देश की सुरक्षा के लिए ये ज़रूरी है कि स्पेस में अमरीका की केवल मौजूदगी नहीं बल्कि दमदार और प्रभावी मौजूदगी हो.
उन्होंने कहा कि ये एक अलग सेना होगी और इससे न केवल देश की सुरक्षा बढ़ेगी बल्कि नई नौकरियां बनेंगी और अर्थव्यवस्था में भी सुधार आएगा.
ट्रंप ने ये भी कहा कि वो रूस या चीन जैसे किसी दूसरे देशों को इस मामले में आगे नहीं बने रहने दे सकते.
डोनल्ड ट्रंप ने वादा किया है कि अमरीका फिर से चांद पर जाएगा और लोगों को मंगल ग्रह पर भेजने की भी तैयारी करेगा.
ट्रंप ने घोषणा की, "ये बेहद अहम है. मैं रक्षा विभाग और पेंटागन को अमरीकी सेना की छठी शाखा के रूप में स्पेस सेना तैयार करने के मद्देनज़र तुरंत काम शुरू करने का निर्देश देता हूं. वायुसेना के अलावा भी अमरीका की एक सेना होगी, अंतरिक्ष सेना जो अलग होगी लेकिन वायुसेना के समान होगी."
डोनल्ड ट्रंप राष्ट्रीय स्पेस काउंसिल के साथ होने वाली बैठक से पहले एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बोल रहे थे.
ट्रंप ने कहा, "मैंने दिसंबर में एक ऐतिहासिक आदेश पर हस्ताक्षर किया था. मैंने कहा था कि 1972 के बाद मैं अमरीकियों को दोबारा चांद पर लेकर जाउंगा. इस बार हम चांद पर न सिर्फ अपना झंडा और अपने कदमों के निशान छोड़ेंगे बल्कि लंबे वक़्त के लिए वहां अपनी मौजूदगी बनाएंगे."
"हम अपनी अर्थव्यवस्था का विस्तार करेंगे और फिर मंगल ग्रह पर जाने के लिए अपना मिशन शुरू करेंगे. ये सब असल में बहुत जल्द होगा."
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ट्रंप ने अपने बयान से ये संकते भी दिया कि वो तेज़ी से उभर रही कमर्शियल 'स्पेस इंडस्ट्री' के साथ कदम से कदम मिलाकर काम करेंगे.
उन्होंने कहा कि वो 'धनी नागरिकों' को देश की संपत्ति का इस्तेमाल करके रॉकेट लॉन्च करने की अनुमति देंगे.
हालांकि ये सब कैसे होगा, नए स्पेस फ़ोर्स का रूप क्या होगा और वो कैसे काम करेगा, इन सबके बारे में फ़िलहाल कोई जानकारी नहीं है.
सेना की एक नई शाखा बनाने के लिए अमरीकी कांग्रेस को इस संबंध में एक क़ानून भी पारित करना होगा जो उनके इस फ़ैसले को वैध करार दे.
बीबीसी की व्हाइट हाउस संवाददाता तारा मैकेल्वी इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में मौजूद थीं. वो बताती हैं कि डोनल्ड ट्रंप इस पूरे भाषण के दौरान काफी ख़ुश नज़र आ रहे थे.
उन्होंने बताया, ''जैसे ही ट्रंप ने स्पेस आर्मी की बात की, सभी लोग हैरत में पड़ गए. कुछ लोग तो हंसने भी लगे."
हालांकि ये कोई नया आइडिया नहीं है.इससे पहले अमरीका के पूर्व रक्षामंत्री डोनल्ड रम्सफ़ील्ड ने भी साल 2000 में एक अलग स्पेस फ़ोर्स तैयार करने का प्रस्ताव रखा था लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला.