डोनाल्ड ट्रंप बोले, अफगानिस्तान में ISIS के खिलाफ लड़ें भारत और पाकिस्तान
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अफगानिस्तान में भारत को आईएसआईएस के खिलाफ लड़ना चाहिए। ट्रंप ने बुधवार को भारत को सलाह देते हुए कहा है कि भारत के अलावा कुछ और देशों को अफगानिस्तान में आईएसआईएस के खिलाफ जंग में शामिल होना चाहिए। ट्रंप की मानें तो पिछले 19 वर्षों से अमेरिका अफगानिस्तान में है और अकेले युद्ध लड़ रहा है। ट्रंप ने अपने इस बयान में भारत के अलावा पाकिस्तान और रूस जैसे देशों से भी अपील की है।
ट्रंप ने बताया नाइंसाफी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार आधिकारिक तौर पर यह बात कही है कि भारत और दूसरे देशों जैसे रूस, टर्की, अफगानिस्तान, ईरान, ईराक और पाकिस्तान को आईएसआईएस के खिलाफ लड़ने के लिए कदम बढ़ाने चाहिए। ट्रंप ने कहा, 'भारत, अफगानिस्तान में हैं, वह नहीं लड़ रहे हैं बल्कि हम लड़ाई रहे हैं।' ट्रंप ने मीडिया के सामने यह बात उस समय कही जब उनसे अफगानिस्तान में शांति वार्ता के मद्देनजर अमेरिकी सेना को रखने की एक योजना के बारे में पूछा गया था। ट्रंप ने आगे कहा, 'पाकिस्तान एकदम करीब में हैं। लेकिन आईएसआईएस के खिलाफ वो बहुत, बहुत ही कम है।' उन्होंने आगे कहा, 'यह सही नहीं है।' अभी इस बात का अंदाजा नहीं लगा जा सका है कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत को अपनी इन नई उम्मीदों के बारे में बताया है या नहीं क्योंकि इसे अमेरिका की रणनीति में बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
19 सालों से जारी युद्ध को खत्म करने की कोशिश
साल 2017 में ट्रंप ने अपनी साउथ एशिया रणनीति के तहत भारत के रोल पर भी चर्चा की थी। ट्रंप ने अपनी उस नीति को तैयार करने के बाद कहा था कि भारत, यहां पर सिर्फ पुर्ननिर्माण और विकास के कामों को ही आगे बढ़ा रहा है। ट्रंप ने उस समय कहा था कि इसकी उम्मीद नहीं थी और न ही अमेरिका ऐसा चाहता है। ट्रंप के मुताबिक भारत को यहां पर काउंटर टेररिज्म के तहत कॉम्बेट ऑपरेशंस में शामिल होना चाहिए। इराक और सीरिया में आईएसआईएस लगभग हार चुका है लेकिन अब वह अफगानिस्तान में पकड़ बना रहा है। पिछले दिनों यहां पर एक शादी समारोह में ब्लास्ट हुआ था। यह एक आत्मघाती हमला था जिसमें 63 लोगों की मौत हो गई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति, अफगानिस्तान में पिछले 19 सालों से जारी युद्ध को खत्म करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। अमेरिका में हुए 9/11 हमलों के बाद सितंबर 2001 से अमेरिकी सेनाएं अफगानिस्तान में हैं।