अमेरिकी वीजा के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने गिनाईं तीन खूबियां, Skill, Job, English
वाशिंगटन। व्हाइट हाउस द्वारा योग्यता आधारित आव्रजन व्यवस्था पर जोर देने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान आया है। ट्रंप ने कहा है कि वो चाहते हैं कि दुनिया के हर हिस्से से प्रवासी आएं। अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने प्रवासियों के लिए योग्यता आधारित व्यवस्था के बारे में संकेत देते हुए बताया कि उन्हें कुशल, कार्यरत और अंग्रेजी बोलने वाले प्रवासियों से कोई दिक्कत नहीं है। आपको बता दें कि इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि हम चाहते हैं कि नार्वे से अमेरिका में अधिक लोग आएं और जब उनके बयान पर विवाद हुआ तब उन्होंने दुनिया भर से प्रवासियों के आने की बात कही है।
अधिकारी ने बताया कि ऐसे प्रवासी दुनिया के किसी भी हिस्से से हो सकते हैं, बस वे इन योग्यताओं को पूरा करते हों। अगर ऐसी कोई नीति बनाई और लागू की जाती है तो इससे भारत जैसे देशों को लाभ हो सकता है जिसके ज्यादातर लोग इस मापदंड को पूरा करते हैं। अधिकारी ने बताया कि ट्रंप प्रशासन अमेरिका के राष्ट्रीय हितों को पूरा करने के लिए आव्रजन प्रणाली में सुधार करना चाहता है और हम चाहते हैं कि दुनिया के किसी भी हिस्से से लोग आएं, वे इस देश को प्यार करते हों, यहां के लोगों से प्यार करते हों, जो कुशल हों, प्रतिभाशाली हों, जो अंग्रेजी भाषा बोलते हों, जो हमारे मूल्यों और जैसी जिंदगी हम जीते हैं और उसका समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हों।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा कि राष्ट्रपति आवेदक के देश, धर्म और जातीयता पर ध्यान दिए बिना योग्यता आधारित व्यवस्था पर जोर दे रहे हैं। सैंडर्स ने कहा, 'वह चाहते हैं कि प्रवासी हर कहीं से आए लेकिन वह योग्यता आधारित व्यवस्था के जरिए ऐसा करना चाहते हैं।' उन्होंने एक सवाल के जवाब ने कहा, 'योग्यता आधारित व्यवस्था नस्ल, धर्म या देश पर आधारित नहीं है। यह असल में योग्यता पर आधारित है।' सैंडर्स ने कहा कि यह 'अधिक निष्पक्ष व्यवस्था' है और एक साल पहले डेमोक्रेट सदस्यों ने इसका समर्थन किया था।