चीन को भूटान की दो टूक, डोकलाम मामले पर झूठ नहीं फैलाए
चीन के दावे पर भूटान का पलटवार, भूटान ने कभी भी डोकलाम को चीन का हिस्सा नहीं बताया, झूठ नहीं फैलाए चीन
नई दिल्ली। भारत-चीन के बीच डोकलाम को लेकर चल रहे विवाद के बीच जिस तरह से चीन की ओर से बयान आया था कि डोकलाम पर भूटान ने चीन का अधिपत्य स्वीकार कर लिया है, उसपर भूटान की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। चीन के दावे को सिरे से खारिज करते हुए भूटान ने कहा है कि डोकलाम मामले में चीन झूठ नहीं फैलाए।
भूटान ने साफ किया रुख
भूटान के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भूटान सरकार ने एएआई को फोन पर साफ किया है कि डोकलाम सीमा विवाद पर हमारा रुख बिल्कुल साफ है, इसके लिए हमारी ओर से जो बयान जारी किया गया था उसे देखा जा सकता है, इस बयान को भूटान के विदेश मंत्री ने 29 जून 2017 को सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर दिया है।
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चीन ने किया था दावा
चीन के शीर्ष राजनयिक ने जिस तरह से दावा किया था कि भूटान ने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि डोकलान चीन का हिस्सा है, उसपर भूटान के शीर्ष आधिकारिक सूत्र ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। आपको बता दें कि चीन के शीर्ष राजनयिक वैंग वेनली ने कहा था कि भूटान ने डोकलाम पर चीन का अधिपत्य स्वीकार किया है, उसने इस बात को मान लिया है कि डोकलाम चीन का हिस्सा है, इसके लिए बकायदा भूटान की ओर से चीन को एक पत्र भी लिखा गया है।
भारतीय मीडिया को दी थी जानकारी
वैंग वेनली जोकि चीन के विदेश मंत्रालय मे डेप्युटि डायरेक्टर जनरल ऑफ द बाउंड्री एंड ओसियन हैं। हाल ही में उन्होंने भारतीय मीडिया को यह जानकारी दी थी, जिसके बाद से वह चर्चा में आ गए थीं। हालांकि उन्होंने इस जानकारी के बाबत किसी भी तरह का सबूत नहीं सामने रखा था, जिसके जवाब में थिंपू ने कहा कि यह पूरी तरह से गलत जानकारी है।
16 जून से जारी है विवाद
इस पूरे प्रकरण पर भूटान का कहना था कि 16 जून को चीन की सेना ने डोकलाम में घुसकर सड़क बनाने की कोशिश की, जोकि गैरकानूनी है और दोनों ही देशों के बीच द्विपक्षीय करार का उल्लंघन है। लेकिन भूटान के इस रूख से इतर वांग का दावा है कि भारतीय सैनिकों के चीन की सीमा में आने से भूटान के लोग काफी हैरान हैं।