सूडान में सड़कों पर जनता, राष्ट्रपति बशीर के खिलाफ प्रदर्शनों में अब तक 26 मरे
खारतूम। सूडान की राजधानी खारतूम में सरकार विरोधी प्रदर्शन और आक्रामक हो गए हैं। यहां पर गुरुवार को विरोध प्रदर्शन में एक बच्चे और डॉक्टर की मौत हो गई। सरकार की ओर से ब्रेड समेत कई और जरूरी चीजों के दाम बढ़ाए जाने से नाराज जनता 19 दिसंबर से सड़कों पर है। यहां पर इन प्रदर्शनों में अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है। जनता राष्ट्रपति उमर अल बशीर के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। बशीर पिछले तीन दशकों से देश पर शासन कर रहे हैं और इस वजह से जनता उनसे काफी नाराज है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़पें भी हो चुकी हैं।
40 से ज्यादा लोगों की हुई मौत
मानवाधिकार समूहों का कहना है कि प्रदर्शनों के दौरान मारे गए लोगों की संख्या ज्यादा है। एमनेस्टी इंटरनेशल के मुताबिक अब तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और एक हजार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सूडानी प्रोफेशनल एसोसिएशन के प्रदर्शनों का हिस्सा चिकित्सकों की एक समिति ने गुरुवार को बयान जारी कर बच्चे और चिकित्सक की मौत की पुष्टि की। कई ट्रेड यूनियन जिसमें डॉक्टर, इंजीनियर्स और टीचर्स के अलावा कई और लोग भी शामिल हैं, उन्होंने गिरफ्तारियों के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई। बशीर ने साल 1989 में सत्ता संभाली थी और तब से ही वह गद्दी संभाल रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने बशीर की सरकार पर आरोप लगाया कि उसने कई अहम सेक्टर्स जिसमें अर्थव्यवस्था और मिलिट्री शामिल है वहां पर अव्यवस्था कर रखी है। साल 2011 में साउथ सूडान एक अलग देश बन गया था। इसके बाद से ही सूडान में विदेशी मुद्रा का संकट है और यहां पर संकट जारी है। साउथ सूडान के हिस्से तेल का बड़ा भंडार चला गया था और सूडान को इसका नुकसान झेलना पड़ा है। वहीं राष्ट्रपति बशीर ने अपने इस्तीफे की खबर से साफ इनकार कर दिया है।