रूसी व्यापारी की मौत कहीं हत्या तो नहीं!
रूसी जासूस को ज़हर देने का मामला अभी सुर्खियों में बना ही हुआ है और इस बीच ब्रिटेन की पुलिस ने दक्षिण पश्चिम लंदन में रूसी व्यापारी निकोलाई ग्लुसकोव की मौत की जांच हत्या की आशंका के साथ शुरू कर दी है.
68 वर्षीय ग्लुसकोव बीते 12 मार्च को अपने घर में मृत पाए गए थे, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी मौत का कारण गले में पड़ने वाले दबाव को बताया गया था.
रूसी जासूस को ज़हर देने का मामला अभी सुर्खियों में बना ही हुआ है और इस बीच ब्रिटेन की पुलिस ने दक्षिण पश्चिम लंदन में रूसी व्यापारी निकोलाई ग्लुसकोव की मौत की जांच हत्या की आशंका के साथ शुरू कर दी है.
68 वर्षीय ग्लुसकोव बीते 12 मार्च को अपने घर में मृत पाए गए थे, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी मौत का कारण गले में पड़ने वाले दबाव को बताया गया था.
रूसी जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया पर हए कथित नर्व एजेंट के हमले के दो हफ्ते बाद अब यह नई जांच शुरू हुई है. रूसी जासूस पर हमला ब्रिटेन के शहर सलिस्बरी में हुआ था.
हालांकि ब्रिटेन की पुलिस का कहना है कि इन दोनों मामलों की जांच का आपस में कोई संबंध नहीं है.
पुतिन पर निशाना
ब्रिटेन के विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने एक बार फिर स्क्रिपल को जहर देने के पीछे रूस का हाथ होने की बात कही है.
बोरिस जॉनसन ने कहा, '' इस बात की बहुत हद तक संभावना है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने ही स्क्रिपल को जहर देने का आदेश दिया हो. दूसरे विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन में यह अपने तरह की पहली घटना है.''
वहीं रूस लगातार अपने ऊपर लग रहे आरोपों को खारिज कर रहा है, उसका कहना है कि ब्रिटेन तमाम आरोपों के संबंध में पुख्ता सबूत पेश करे.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा, ''मैं यह साफ कर देना चाहता हूं कि रूस पर लगाए जा रहे तमाम आरोप निराधार हैं, उनमें कोई सच्चाई नहीं है.''
बीबीसी संवाददाता डेनी शॉ का कहना है कि रूसी व्यवसायी निकोलाई ग्लुसकोव की मौत की जांच में एक ख़ास बात नज़र आ रही है और वो ख़ास बात ये है कि इस मामले की जांच का ज़िम्मा चरमपंथ निरोधक पुलिस को सौंपा गया है.
ध्यान देने वाली बात ये भी है कि रूसी व्यवसायी निकोलाई ग्लुसकोव पर रूस में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी करने के आरोप थे.