चीन का असल चेहरा आया सामने, दान में मिली PPE बेचकर कमा रहा पैसा
नई दिल्ली। चीन के वुहान प्रांत से जानलेवा कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल गया। जिस वक्त चीन में कोरोना का संक्रमण सर्वाधिक था और यह अपने शीर्ष पर था, उस वक्त इटली चीन की मदद के लिए आगे आया था और उसे पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट दान दिया था। लेकिन अब जब चीन में हालात नियंत्रित हैं और इटली सर्वाधिक प्रभावित देश है, ऐसे समय में चीन उन्हीं पीपीई को इटली को अब बेचना चाहता है। स्पेक्टेटर मैगजीन की खबर के अनुसार चीन में यह वायरस जन्मा और पूरी दुनिया में फैला, जिससे लड़ने के लिए सबसे आगे मेडिकल से जुड़े लोग थे, जिन्हें खास तौर पर इस पीपीई को दिया जाता है।
दान किए पीपीई बेच रहा है चीन
चीन में शुरुआती दिनों मे यह वायरस काफी तेजी से फैला जिसके बाद दुनिया में हजारों लोगों की इस वायरस ने जान ले ली और लाखों लोग इस संक्रमण की चपेट में आ गए। दुनिया के सामने अपनी मानवीय छवि को दिखाने के लिए चीन ने कहा कि वह इटली को पीपीई दान देगा। लेकिन बाद में यह सामने आया कि यह मानवीय आधार पर नहीं कि जा रहा है, बल्कि बीजिंग ने इसे इटली को बेचा है। इटली की तमाम मीडिया रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के एक अधिकारी ने यहां तक कहा कि ना सिर्फ चीन ने इसे इटली को बेचा बल्कि उसपर दबाव डाला कि वह इसे खऱीदे।
खराब पीपीई भेज रहा चीन
ट्रंप प्रशासन के अधिकारी ने बताया कि जब यह वायरस यूरोप नहीं पहुंचा था, इटली ने कई टन पीपीई चीन को दान दिए थे। इसके बाद चीन ने इस पीपीई को वापस इटली भेजा और इसकी कीमत भी ली। अहम बात यह है कि दुनियाभर के देश जिस वक्त इस महामारी से लड़ रहे हैं, ऐसे समय में चीन तमाम देशों को जो पीपीई दे रहा है उसमे कोई ना कोई दिक्कत है। स्पेन ने 50 हजार क्विक टेस्टिंग किट्स को वापस चीन को भेज दिया था क्योंकि इसमे दिक्कत थी।
भारत में बढ़ रहे संक्रमण के मामले
बता
दें
कि
भारत
में
कोरोना
वायरस
के
कुल
केस
3374
हो
गए
हैं।
जबकि
79
लोगों
की
मौत
हो
चुकी
है।
पिछले
24
घंटे
की
बात
करें
तो
कुल
472
नए
केस
सामने
आए
हैं।
स्वास्थ्य
मंत्रालय
के
संयुक्त
सचिव
लव
अग्रवाल
ने
इसकी
जानकारी
दी।
संवाददाता
सम्मेलन
करते
हुए
लव
अग्रवाल
ने
बताया
कि
कोविड-19
के
मामले
वर्तमान
में
4.1
दिन
में
दोगुने
हो
गए
हैं,
अगर
तबलीगी
जमात
का
मामला
नहीं
होता
तो
दोगुने
होने
में
7.4
दिन
का
समय
लगता।
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