यौन उत्पीड़न के खिलाफ लड़ने के लिए डेनिस मुक्वेगे और नादिया मुराद नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित
नई दिल्ली। डेनिस मुक्वेगे और नादिया मुराद को इस साल के लिए शांति पुरस्कार से नवाजा गया हैं। युद्ध और सशस्त्र संघर्ष के दौरान यौन हिंसा को हथियार के रूप में इस्तेमाल को समाप्त करने के प्रयासों के लिए डेनिस मुक्वेज और नादिया मुराद को 2018 नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार हर साल उस संस्था या व्यक्ति को दिया जाता है, जिसने विश्व शांति के लिए सबसे ज्यादा कोशिश या योगदान दिया हो।
नोबेल पीस प्राइज ने ट्वीट करते हुए लिखा, '2018 नोबेल शांति पुरस्कार विजेता डेनिस मुक्वेगे ने युद्ध के समय यौन हिंसा के पीड़ितों की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। उनकी साथी नादिया मुराद को भी इस पुरस्कार से सम्मानित की गया है, जिसने खुद और दूसरों के खिलाफ दुर्व्यवहार के बारे में जिक्र किया है।'
नोबेल कमेटी ने कहा कि उन दोनों ने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए युद्धग्रस्त इलाकों में खुद की जिंदगी को जोखिम में डालकर काम किया है। हालांकि, कमेटी ने उनकी जीत के लिए जब फोन लगाया तो दोनों का फोन नहीं लग पा रहा है।
शांति के लिए इस साल नोबेल पुरस्कार लिस्ट में 331 नामित हुए थे, जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, नॉर्थ कोरियाई सुप्रीम लीडर किम जोंग उन, साउथ कोरिया राष्ट्रपति मून जे-इन और पोप फ्रांसिस जैसी शख्सियत शामिल थे। नोबेल कमेटी के मुताबिक, इस बार 216 व्यक्तिगत और 115 संगठनों नामित हुए।