डैमोक्रेट्स का ट्रंप, रूस और विकीलीक्स पर मुकदमा
अमरीका में साल 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनावों में बाधा डालने की साजिश रचने के आरोप में वहां की डैमोक्रेटिक पार्टी रूस, ट्रम्प के चुनावी अभियान और वेबसाइट विकीलीक्स पर मुकदमा कर रही है.
अदालत में दायर दस्तावेजों में यह आरोप लगाए गए हैं कि ट्रंप ने "चुनाव जीतने के लिए रूस की मदद को खुशी-खुशी स्वीकार किया था."
हालांकि राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप इन आरोपों को ख़ारिज करते रहे हैं
अमरीका में साल 2016 में हुए राष्ट्रपति चुनावों में बाधा डालने की साजिश रचने के आरोप में वहां की डैमोक्रेटिक पार्टी रूस, ट्रम्प के चुनावी अभियान और वेबसाइट विकीलीक्स पर मुकदमा कर रही है.
अदालत में दायर दस्तावेजों में यह आरोप लगाए गए हैं कि ट्रंप ने "चुनाव जीतने के लिए रूस की मदद को खुशी-खुशी स्वीकार किया था."
हालांकि राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप इन आरोपों को ख़ारिज करते रहे हैं और रूस ने भी इन आरोपों से इनकार किया है.
मामले में कई जांच पहले से चल रही हैं.
अमरीकी खुफिया एजेंसियां पहले इस निष्कर्ष पर पहुंची थी कि रूस ने चुनाव को ट्रंप के पक्ष में करने की कोशिश की.
वॉशिंगटन में बीबीसी संवाददाता निक ब्रेयंट का कहना है कि कई लोग डैमोक्रेट्स के मुकदमा दायर करने के पब्लिसिटी स्टंट के रूप में देखते हैं.
इस मुकदमे को अगर कोई जज स्वीकार भी लेते हैं तो कुछ नया नहीं होगा. क्योंकि मामले में पहले से जांच चल रही है.
मुकदमा मैनहटन के फेडरल कोर्ट में दायर किया गया है, जिसमें ट्रपं के दामाद जैरेड कुशनर, अभियान के पूर्व अध्यक्ष पॉल मनाफोर्ट और विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को अभियुक्त बनाया गया है.
मई 2016 में इस मामले में पहली रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी. अगले दो महीनों में अमरीकी खुफिया एजेंसी ने मामले में रूस के हस्ताक्षेपों का पता लगाया था.
डैमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन के मौके पर विकीलीक्स ने हैकर के चुराए गए 20 हजार ईमेल प्रकाशित किए थे.
अमरीका के खुफिया अधिकारी इस बात को पूरी दृढ़ता से मानते हैं कि ट्रंप के अभियान के पीछे रूस का हाथ था लेकिन ट्रंप का अभियान दल खुले तौर पर उनके निष्कर्षों को खारिज करता रहा है.
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