प्रवासियों को लेकर यूरोपीय संघ में गहरे मतभेद
यूरोपीय संघ के नेताओं में प्रवासियों को लेकर हुए नए समझौते पर बड़े मतभेद नज़र आ रहे हैं.
समझौते के तहत प्रवासियों को रखने के लिए सुरक्षित केंद्र स्थापित करने पर सहमति बनी है.
लेकिन फ्रांस का कहना है कि वो ऐसा कोई केंद्र नहीं बनाएगा क्योंकि वो यूरोपीय संघ का ऐसा देश नहीं है जहां प्रवासी सबसे पहले पहुंचते हैं.
यूरोपीय संघ के नेताओं में प्रवासियों को लेकर हुए नए समझौते पर बड़े मतभेद नज़र आ रहे हैं.
समझौते के तहत प्रवासियों को रखने के लिए सुरक्षित केंद्र स्थापित करने पर सहमति बनी है.
लेकिन फ्रांस का कहना है कि वो ऐसा कोई केंद्र नहीं बनाएगा क्योंकि वो यूरोपीय संघ का ऐसा देश नहीं है जहां प्रवासी सबसे पहले पहुंचते हैं.
इस पर इटली का कहना है कि ऐसे केंद्र यूरोपीय संघ के भीतर कहीं भी बनाए जा सकते हैं.
वहीं यूरोपीय संघ के अध्यक्ष डोनल्ड टस्क ने चेतावनी दी है कि इस समझौते को लागू करने में मुश्किलें आएंगी.
इसी तरह जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल ने कहा है कि ये आगे बढ़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है लेकिन मतभेदों को दूर करने के लिए और भी बहुत कुछ करने की ज़रूरत है.
ब्रसेल्स में मौजूद बीबीसी न्यूज़ की यूरोप एडिटर काट्या अडलेर के मुताबिक इससे ये पता चलता है कि यूरोप के प्रवासी संकट का समाधान नहीं निकला है.
इस समझौते को जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि वो अपनी ही ज़मीन पर इस मुद्दे पर राजनीतिक विरोध का सामना कर रही है.
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