पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई बोले- पाकिस्तान और अमेरिका के बीच डील अफगानिस्तान में शांति की गारंटी नहीं
नई दिल्ली। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने कहा है कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच होने वाली डील से अफगानिस्तान में शांति आ जाएगी, इसकी उम्मीद नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि युद्धग्रसित इस देश में शांति और स्थिरता सिर्फ इंट्रा-अफगान डायलॉग से ही आ सकती है। करजई का मानना है कि अफगानिस्तान में शांति की प्रक्रिया को तभी सफलता मिल सकती है जब क्षेत्र के सभी समर्थक देश जिसमें भारत भी शामिल है, उन्हें प्रक्रिया में शामिल किया जाए।
भारत में आकर दिया बयान
अफगानिस्तान ने अमेरिका के उस कदम का स्वागत किया है जिसमें जलमय खालिजाद को विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया। जलमय खालिजाद को अफगान शांति प्रक्रिया के लिए प्रतिनिधि बनाया गया है। खालिजाद अफगान मूल के ही हैं। उनका कहना है कि शांति प्रक्रिया के सफल होने के लिए चार शर्तों का होना बहुत जरूरी है। हामिद करजई ने कहा कि अफगानिस्तान में शांति और पाकिस्तान-अमेरिका के बीच डील, दोनों बातों को अलग करके देखना होगा। हामिद करजई रायसीना डायलॉग 2019 में हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे। यहीं पर उन्होंने यह बात कही। करजई ने कहा अफगानिस्तान में शांति के लिए पाकिस्तान सबसे अहम रोल अदा करने वाला होगा। लेकिन पाक के पूर्व के कामों को देखते हुए अफगानिस्तान को उसकी भूमिका में थोड़ा संदेह है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के लोगों को अमेरिका और पाकिस्तान के बीच डील से यहां पर शांति नहीं आएगी। बल्कि एक ऐसी प्रक्रिया से शांति आएगी जिसमें पाक के अमेरिका, भारत, रूस, चीन और ईरान भी शामिल हों।