UN ने कहा खाशोगी की हत्या में शामिल थे सऊदी राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान, मिले पुख्ता सुबूत
न्यूयॉर्क। अमेरिकी जर्नलिस्ट जमाल खाशोगी की मौत का मामला फिर से गर्मा रहा है। यूनाइटेड नेशंस (यूएन) की फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक इस बात के विश्वसनीय सुबूत मिले हैं कि खाशोगी की हत्या में सऊदी अरब के राजकुमार मोहम्मद बिन सलमान यानी एमबीएस शामिल थे। यूएन ने इसके साथ ही राजकुमार की जांच करने की बात भी पुरजोर तरीके से कही है। इससे पहले अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसी सीआईआई की ओर से इस तरह का दावा किया गया था।
100 पेज की रिपोर्ट में दावा
बुधवार को यूएन की 100 पेज की एक एनालिसिस जारी हुई है। इसमें इस बात का पूरा विवरण है कि पिछले वर्ष अक्टूबर खाशोगी के साथ क्या हुआ होगा। यूएन की विशेष प्रतिनिधि एजेंस काल्लामार्ड की मानें तो खाशोगी की हत्या दरअसल एक अंतरराष्ट्रीय अपराध थी। उन्होंने कहा रिपोर्ट में निष्कर्ष निकला है खाशोगी को जानबूझकर मारा गया और यह एक ऐसी एक्स्ट्राज्यूडिशियल किलिंग थी जिसके लिए सऊदी अरब पूरी दुनिया में जाना जाता है। सऊदी अरब को हमेशा मानवाधिकारों के हनन के लिए जिम्मेदार माना जाता रहा है। रिपोर्ट में टर्की के इस्तानबुल में स्थित सऊदी कांसुलेट में हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग के आधार पर यह दावा किया गया है। एजेंस की रिपोर्ट में खाशोगी के आखिर पलों को एक साथ किया गया है। सऊदी अधिकारियों के सामने जिस समय खाशोगी थे, उस समय अधिकारियों ने उनसे कहा था, 'हम तुम्हें मार डालेंगे।'
अमेरिका ने भी कही थी ऐसी बात
यूएन की इस रिपोर्ट से पहले अमेरिकी इंटेलीजेंस के अधिकारियों ने दावा किया था कि मोहम्मद बिन सलमान ने अपने एक साथी से कहा था कि वह खाशोगी को गोली मार देंगे। अमेरिकी अधिकारियों का कहना था कि सितंबर 2017 में मोहम्मद बिन सलमान अपने करीब तुर्की अल्दाखिल से बात कर रहे थे। इसी बातचीत में उन्होंने खाशोगी को गोली मारने की धमकी दी थी। इंटेलीजेंस अधिकारियों का कहना है कि यह वह समय था जब खाशोगी ने वॉशिंगटन पोस्ट में एक कॉलम लिखा था और वह राजकुमार के खिलाफ था। सऊदी अरब के अधिकारी इसके बाद खाशोगी को सऊदी अरग लाने की कोशिशें कर रहे थे। इसी दौरान मोहम्मद बिन सलमान ने अपने करीबी से कहा था कि खाशोगी को जबरदस्ती सऊदी अरब लाना चाहिए। इसके बाद उन्होंने कहा कि अगर खाशोगी को जबरदस्ती भी नहीं लाया जा सका तो फिर वह उसे गोली मार देंगे।