कोरोना का तांडव जारी,अमेरिका में 97 हजार से ऊपर पहुंचा मौत का आंकड़ा
वॉशिंगटन डीसी। कोरोना वायरस का तांडव लगातार अमेरिका में जारी है, कोविड 19 की वजह से अमेरिका में अब तक 97 हजार से अधिक मौतें हो चुकी है। अमेरिका में कोरोना वायरस के कारण पिछले 24 घंटों में 638 और लोगों की मौत सामने आई है। जिससे वहां मौत का आंकड़ा 97,686 तक पहुंच गया है। कोरोना संक्रमित रोगियों एवं उससे मौत के मामले संयुक्त राज्य अमेरिका अभी शीर्ष पर बना हुआ है, उसने स्पेन और इटली को पीछे कर दिया है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक बयान से सबको चौंका दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण दुनिया में सबसे ज्यादा होना सम्मान की बात है, क्योंकि इससे पता चलता है कि कोरोना वायरस को लेकर की जा रही हमारी टेस्टिंग दूसरों से बेहतर है, मैं इसे सम्मान के तमगे की तरह देखता हूं। दरअसल, अपने बयान से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यह साबित करना चाहते हैं कि उन्होंने कोरोना के खिलाफ जंग में बड़ी कार्रवाई करते हुए टेस्टिंग को बड़े स्तर तक ले गए हैं।
पूरी दुनिया में 54 लाख से अधिक लोग कोरोना की चपेट में
तो वहीं वर्ल्डोमीटर के आंकड़ों के मुताबिक इस वक्त पूरी दुनिया में 54 लाख से अधिक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं, कोरोना पॉजिटिव की संख्या 5,082,661 हो चुकी है और इस महामारी से अब तक 344,760 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से न सिर्फ लोगों की मौतें हो रही हैं, बल्कि इसकी वजह से काफी लोग दो वक्त की रोटी के मोहताज हो गए हैं क्योंकि कोरोना की वजह से भारत समेत विश्व के कई देशों में लॉकडाउन है, जिसके कारण लोगों के सामने पेट पालने की समस्या पैदा हो गई है।
अमेरिका का विश्व स्वास्थ्य संगठन पर निशाना
तो इसी बीच कोरोना वायरस संकट के दौर में अमेरिका लगातार विश्व स्वास्थ्य संगठन पर निशाना साध रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप WHO की क्षमता और विश्वसनीयता पर लगातार सवाल खड़ा कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने WHO को अमेरिका द्वारा दी जाने वाली फंडिंग को रोकने की बात कही थी लेकिन अब उन्होंने WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस गेब्रिसस को एक पत्र लिखकर साफ तौर पर चेतावनी दी है कि अगर 30 दिन के भीतर WHO अहम ठोस सुधार नहीं करता है तो वह अमेरिका द्वारा WHO को दी जाने वाली फंडिंग को हमेशा के लिए रोक देंगे। फिललहाल अमेरिका ने फंडिंग को अस्थायी रूप से फ्रीज कर रखा है। ट्रंप ने कहा कि अगर 30 दिन के भीतर कुछ ठोस सुधार नहीं हुआ तो वह WHO में अमेरिका की सदस्यता पर भी पुनर्विचार करेंगे।