Coronavirus: दुनिया के इन तीनों देशों में पैर पसारी रही महामारी मगर अभी तक लॉकडाउन नहीं
वॉशिंगटन। पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस की मार को झेलने के लिए मजबूर है। चीन के वुहान से निकले इस वायरस ने अब तक इटली, फ्रांस, अमेरिका और स्पेन समेत यूके पर बुरा असर डाला है। भारत के पड़ोस में पाकिस्तान में भी इसके मामलों में इजाफ होने लगा है। यूरोप के कई देशों में हालात बुरे हैं और अब तक 25,000 से ज्यादालोगों की जान जा चुकी है। अब जाकर यूरोप के कई देशों में लॉकडाउन के कड़े नियम लागू किए गए हैं ताकि जानलेवा वायरस और ज्यादा लोगों को अपना निशाना न बनाने पाए। इन सबके बीच कुछ देश ऐसे भी हैं जो अभी तक लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं।
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ट्रंप ने रोया अर्थव्यवस्था का रोना
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कह दिया है कि वह अभी लॉकडाउन के बारे में नहीं सोच रहे हैं। अमेरिका में वायरा ने 3,017 की जान ले ली है और अकेले 540 लोग सोमवार को मारे गए हैं। कुल मरीज 163,000 हैं और यह आंकड़ा अब तक का सर्वोच्च स्तर है। लेकिन ट्रंप की मानें तो लॉकडाउन से देश की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा। ट्रंप का कहना है कि जो लोग लॉकडाउन की वकालत करते हैं तो वे दुनिया पर ताला लटकाने के ख्वाहिशमंद नजर आते हैं। देश में लॉकडाउन न करने की वजह से ट्रंप का विरोध भी हो रहा है। अमेरिकी सीनेट में कई सांसद पूरी तरह से लॉकडाउन के पक्ष में हैं।
ब्राजील के राष्ट्रपति ने किया इनकार
अमेरिका के बाद बात करते हैं ब्राजील की जहां पर राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो का जबरदस्त विरोध हो रहा है। कई राज्यों के गर्वनर बोलसोनारो के विरोध में आ गए हैं। बोलसोनारो ने भी अर्थव्यवस्था का हवाला देते हुए लॉकडाउन से इनकार कर दिया है। सिर्फ इतना ही नहीं कुछ ही दिन पहले बोलसोनारो ने कोरोना वायरस के चलते हुई मौतों की संख्या पर सवाल उठाते हुए कहा था कि इनका बढ़ा चढ़ाकर कर बताया जा रहा है। उनका ये भी आरोप था कि ऐसा सिर्फ अपनी राजनीति सीधी करने के लिए किया जा रहा है। लैटिन अमेरिका के इस सबसे गरीब देश ब्राजील में अब तक 46661 लोग इस महामारी के मरीज हैं तो 165 लोगों की मौत हो चुकी है।
इमरान बोले लॉकडाउन किया तो भूख से मर जाएंगे
पाकिस्तान के राष्ट्रपति इमरान खान ने पिछले दिनों जब अपने देश की जनता को संबोधित किया था तो साफ कर दिया था कि देश में लॉकडाउन के हालात नहीं हैं। उन्होंने कहा था, 'पूरे देश में इसलिए लॉकडाउन नहीं कर रहा है क्योंकि इसकी वजह से वहां की आर्थिक हालत बदतर हो जाएगी और लोग भूख से मरने पर मजबूर होंगे।' उन्होंने ये भी कहा था कि उनके पास इस महामारी से लड़ने के लिए न तो फंड है न ही कोई इंफ्रास्ट्रक्चर। ऐसे में यदि लॉकडाउन किया गया तो हालात इतने खराब हो जाएंगे कि संभाले नहीं संभलेंगे। हालांकि पाकिस्तान ने सिंध में 15 दिनों का लॉकडाउन किया था जहां पर सबसे ज्यादा मरीज हैं। पाकिस्तान में इस समय 1,865 मामले हैं और 25 लोगों की मौत हो चुकी है।