अमेरिका में रह रहे हजारों भारतीयों को राहत, एच-1बी वीजा धारकों को आठ महीने का एक्सटेंशन
नई दिल्ली। अमेरिका में रह रहे हजारों एच-1 वीजाधारकों को राहत मिली है। अमेरिकी सरकार ने वीजा को आठ महीने के लिए बढ़ा दिया है। कोरोना वायरस के चलते उड़ानों पर प्रतिबंध है, ऐसे में अमेरिकी सरकार ने वीजा एक्सटेंशन का फैसला लिया है। जिनका वीजा एक्सपायर हो रहा है, उनको आठ महीने की राहत दी गई है।
यूएस के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (डीएचएस) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के चलते इमिग्रेशन संबंधी चुनौतियों को देखते हुए, नॉन इमिग्रेंट अपने वीजा एक्सटेंशन के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
अमेरिकी सरकार ने हाल ही में कंपनियों से एच-1बी वीजा वाले कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने को कहा है। जिसके बाद भारत ने कोरोना वायरस महामारी खत्म होने तक अपने नागरिकों के एच-1बी और अन्य वीजा अवधि बढ़ाने का अमेरिका से आग्रह किया था। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने अमेरिकी विदेश उप मंत्री स्टीफन बेगन के सामने यह मुद्दा उठाया था।
विपक्षी दल कांग्रेस ने भी ये मुद्दा उठाया था। कांग्रेस की ओर से कहा गया था कि एच-1बी वीजा पर 3,09,986 भारतीय काम कर रहे हैं। अब 75 हजार भारतीय नागरिकों की नौकरी पर संकट मंडरा रहा है।' सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि अमेरिकी सरकार से बातचीत के जरिए यह सुनिश्चित किया जाए कि नौकरी जाने की स्थिति में एच-1बी की मियाद 60 दिन की बजाय 180 दिन के लिए बढ़ाई जाए ताकि संबंधित व्यक्ति वैकल्पिक नौकरी तलाश सके।
एच-1बी एक गैर प्रवासी वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी पेशेवरों को कुछ खास व्यवसायों में काम पर रखने की अनुमति देता है। नियमों के मुताबिक, नौकरी छोड़ने के 60 दिनों के भीतर इन वीजाधारकों को अपने परिवार के साथ अमेरिका छोड़ना जरूरी है। बता दें कि तीन लाख भारतीय एच-1बी वीजा पर अमेरिका में नौकरी कर रहे हैं। अगर उनकी वर्तमान कंपनी उन्हें काम से निकाल देती है तो उन्हें अपना एच-1बी वीजा बनाए रखने के लिए 60 दिनों के अंदर दूसरी नौकरी खोजनी पड़ेगी।
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