COVID-19: डीप ब्रीदिंग से कोरोना वायरस को दी मात, 50-50 थी बचने की उम्मीद
नई दिल्ली। पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से जूझ रही है। दुनियाभर में इसके मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही दुनिया में इससे मरने वालों की संख्या दो लाख के आंकड़े को भी पार कर गई है। यही नहीं इस महामारी से संक्रमित लोगों की संख्या भी बढ़कर 29 लाख से ज्यादा हो गई है। देशभर की सरकारें कोरोना वायरस से बचाव का सोशल डिस्टेंसिंग ही एक मात्र तरीका बता रही हैं, लेकिन ब्रिटेन का एक कोरोना से ठीक हुए शख्स का दावा कुछ और ही है।
गहरी सांस लेकर कोरोना से बचाई जान
ब्रिटेन में कोरोना वायरस को हराकर घर लौटे 59 वर्षीय रॉब थॉमस का कहना है कि उन्होंने आईसोलेशन के दौरान लगातार गहरी सांस का अभ्यास किया जिस वजह से वह महामारी से जिंदगी की जंग जीत सके। रॉब थॉमस को अब सोशल मीडिया पर 'सांस का बादशाह' भी कहा जा रहा है। दरअसल, थोमस को मार्च के अंत में कोरोनावायरस का संक्रमण हुआ था और ग्लोसेस्टर रॉयल हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था।
डॉक्टर बोले- तुम सांस के बादशाह हो
थॉमस का पूरा परिवार एक रेयर संक्रमण सेप्सिस से जूझ रहा है जिसके चलते डॉकरों ने कहा था कि थॉमस के बचने की संभावना 50 फीसदी है। लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने गहरी सांस लेना जारी रखा और आखिर में कोरोना से उबरने में कामयाब रहे। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद थोमस ने सबसे पहले अपनी बहन को धन्यवाद अदा किया। रॉब थॉमस ने बताया कि उनकी बहन ने ही उन्हें इलाज के बीच गहरी सांस लेने को कहा था।
बैठे-बैठे लेते थे गहरी सांस
रॉब थॉमस ने एक इंटरव्यू में कहा, मेरी बहन एक रिटायर्ड नर्स हैं और उनके कहने के बाद मैंने ब्रीदिंग एक्सरसाइज करना शुरू किया। इलाज के दौरान मेरे कान में बहन के कहे शब्द गूंज रहे थे, मैंने उसका पालन किया। उन्होंने आगे कहा कि, जब वह अस्पताल के आईसीयू से बाहर आए तो डॉक्टरों ने उनसे कहा, तुम सांस के बादशाह हो। थॉमस ने बताया कि वह इलाज के दौरान बैठे-बैठे घड़ी की और देखते हुए गहरी सांस लेते थे, उन्हें लगता था कि वह लेटकर सांस लेने में दिक्कत होगी।
पत्नी, बेटी और बेटा हॉस्पिटल में भर्ती
रॉब थॉमस ने आगे बताया कि आग में अगर कोरोना वायरस से बच पाया हूं तो गहरी सांस लेने की आदत के कारण, इससे मेरी हालत में सुधार हुआ और मैं वेंटिलेटर से अलग हो पाया। हालांकि सेप्सिस के चलते थॉमस की पत्नी, बेटी और बेटा हॉस्पिटल में अपना इलाज करा रहे हैं। थॉमस की पत्नी ने बताया कि कोरोना वायरस के इलाज के दौरान वह उन्हें अपने स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी दे रहे थे। रॉब थॉमस ने अस्पताल के कर्मचारियों को उनकी कर्मनिष्ठा के लिए धन्यवाद कहा है।
2,03,164 लोगों की हुई मौत
गौरतलब है कि दुनिया में इस वायरस से पीड़ितों की संख्या अब 29 लाख को पार कर गई है। दुनियाभर में अब तक 29,19,404 लोगों में कोरोना संक्रमण पाया जा चुका है। इससे अब तक 2,03,164 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका दुनिया का सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित देश है। अमेरिका में 54,256 मौतें कोरोना से हुई हैं, जो दुनिया में सबसे ज्यादा हैं। इटली में 26,384, स्पेन में 22,902, फ्रांस में 22,614, इंग्लैंड में 20,319, बेल्जियम में 6917, जर्मनी में 5877 और इरान में 5650 लोगों की जान ये वायरस ले चुका है।
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