Coronavirus Strain: ब्रिटेन में ही नहीं इन 5 देशों में भी फैला कोरोना का नया स्ट्रेन, जानें कितना घातक है ये
Coronavirus Strain: ब्रिटेन में ही नहीं इन पांच देशों में भी फैला कोरोना का नया स्ट्रेन, जानिए कितना घातक हो सकता है ये
Coronavirus Strain In Italy, Netherlands, Denmark, Australia, South Africa: ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन (कोरोना का नया प्रकार) ने हाहाकार मचा दिया है। इस नये प्रकार के कोरोना वायरस से मामले और भी ज्यादा बढ़ रहे हैं और पहले के मुकाबले ये 70 फीसदी ज्यादा घातक हो सकते हैं। भारत सहित करीब एक दर्जन देशों ने ब्रिटेन के साथ अपनी हवाई सेवाओं को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दी हैं। लेकिन ताजा रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन में ही नहीं बल्कि पांच अन्य देशों में भी कोरोना के नये स्ट्रेन की पुष्टी हो गई है। ब्रिटेन के अलावा डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली और साउथ अफ्रीका में कोरोना के इस नये स्ट्रेन की पुष्टी हुई है। यानी इन पांच देशों में भी कोरोना वायरस का नया प्रकार पाया गया है।
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जानिए कब-कब मिला अन्य देशों में कोरोना का नया स्ट्रेन
वहीं कई देशों ने तो ये आशंका जाहिर की है कि हो सकता है कि उनके देश में भी पहले कोरोना वायरस का ये नया स्ट्रेन पाया गया हो, भले ही अब जांच में इस बात की पुष्टी नहीं हुई हो। फिलहाल भारत में भी कोविड-19 के इस नये स्ट्रेन की पुष्टी नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि ब्रिटेन से एक यात्री रोम पहुंचा था, जिसकी वजह से इटली में नया कोरोना वायरस पाया गया है। इधर फ्रांस ने भी नए कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट दिए हैं।
साउथ अफ्रीका ने यह भी घोषणा की है कि कोविड-19 वायरस का नया स्ट्रेन उनके यहां भी पाया गया है। देश के अधिकारियों के अनुसार महामारी का नया प्रकार जिसे 501.V2 के रूप में जाना जाता है,दक्षिण अफ्रीका में भी है। डेनमार्क में नवंबर महीने में नये स्ट्रेन के 9 मामले मिले थे और एक मामला ऑस्ट्रेलिया में पाया गया था।
जानिए क्यों इतना घातक है ये कोरोना का नया स्ट्रेन
ब्रिटेन में ये कोरोना का नया स्ट्रेन पहली बार सितंबर में दक्षिण-पूर्वी इंग्लैंड में सामने आया था। जिसके बाद ये बहुत तेजी से देश के अन्य हिस्सों में फैल गया। एक्सपर्ट के मुताबिक ये कोरोना का नया टाइप म्यूटेशन की वजह अधिक संक्रामक बताया जा रहा है। म्यूटेशन की वजह से वायरस की आनुवांशिक शृंखला में परिवर्तन होता है। सार्स सीओवी-2 सिंगल आरएनए वायरस होता है। आरएनए वायरस में म्यूटेशन अक्सर उस वक्त पाया जाता है, जब वायरस अपनी कॉपी बनाने में गलती करता है। ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने इस नए म्यूटेशन को 501.V2 के रूप में पहचाना है। बताया जा रहा है कि बाकी देशों में कोरोना वायरस से ये स्ट्रेन 70 फीसदी ज्यादा खतरनाक है।