Coronavirus से लड़ने के लिए चीन ने बनाया ऐप, टेक्नोलॉजी की मदद से पार पाने की कोशिश
बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस दिन पर दिन और ज्यादा खतरनाक होता जा रहा है। वुहान के बाद दो और शहरों में लॉकडॉउन की स्थिति है। इस वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए अब लोग टेक्नोलॉजी की मदद ले रहे हैं। चीन के लोग वायरस से संक्रमित इलाकों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए एप्स की मदद ले रहे हैं। एप की मदद से चीनी नागरिक खुद को इस खतरे से बचने के लिए बेहतर तरीके से तैयार होकर ही घर से निकल रहे हैं। आपको बता दें कि अब तक इस वायरस की वजह से चीन में 425 लोगों की मौत हो गई है।
Recommended Video
पड़ोस के हर इलाके की जानकारी
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक डाटा मैपिंग कंपनी क्वांट अर्बन और थर्ड पार्टी वीचैट मिनी प्रोग्राम डेवलपर ने एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार किया है जिसकी मदद से पड़ोस के इलाकों की आधिकारिक जानकारी साझा की जा सकती है। जो जानकारी एप पर शेयर की जा रही है उसमें कोरोना वायरस के कंफर्म केसेज की लाइव इनफॉर्मेशन के साथ ही उन इलाकों की जानकारी भी है जहां पर वायरस फैला हुआ है। इसका मकसद लोगों को संक्रमित इलाकों में जाने से बचाना है। वी चैट प्रोग्राम को 'वाई कुआंग' नाम दिया गया है जिसका इंग्लिश में अर्थ होता है 'महामारी की स्थिति।' इस एप के जरिए शेनझान और गुआंगझोओ के इलाकों को कवर किया जा रहा है।
शेनजान में बढ़ रहा प्रकोप
दूसरी ओर क्वांट अर्बन पर भी नौ और शहरों के बारे में जानकारियां दी गई हैं। शेनजान में एप मैनेजर ने बताया है कि वुहान के बाद शेनजान महामारी का दूसरा केंद्र बन सकता है और सरकारी आंकड़े भी इस बात को साबित करते हैं। इस मैनेजेर ने अपना नाम बताने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, 'मैप देखकर आपको मनौवैज्ञानिक तौर पर सुकून मिलता है। आप इस बात की गारंटी नहीं ले सकते हैं कि कोई भी नए केस नहीं आएंगे मगर आप उन इलाकों में जाने से बच सकते हैं जहां पर महामारी फैली है।'सोमवार को शेनजान में 245 केसेज सामने आए हैं। शेनजान चीन की टेक्निकल कैपिटल है और बीजिंग, शंघाई और गुआंगझोउ के बाद इस पर कोरोना वायरस का सबसे बुरा असर देखने को मिला है।
एक प्लेटफॉर्म पर सरकार के आंकड़े
यहां पर ऐसे कामगारों की संख्या ज्यादा है जो सेंट्रल प्रांतों से आते हैं और हुबेई उन प्रांतों में शामिल है। क्वांट अर्बन के को-फाउंडर और सीईओ युआन शियाओहूई ने कहा कि एप के जरिए उनकी कोशिश बस इतनी है कि लोगों को पता लग सके कि महामारी किन इलाकों में हैं। इससे वो सतर्क रहेंगे और बेहतर प्रोटेक्शन के साथ घरों से बाहर निकलेंगे। एप की तरफ से वॉलेंटियर्स की मदद भी ली जा रही है ताकि सरकार की तरफ से जो आंकड़े जारी किए जा रहे हैं, उन्हें एक साथ एक प्लेटफॉर्म पर लाया जा सके।
बस, ट्रेन और प्लेन के बारे में भी खबर
वाई कुंग भी डाटा को अपडेट रखने के लिए वॉलेंटियस पर निर्भर है। युआन ने बताया है कि क्वांट अर्बन गुआंगडोंग प्रांत के नौ शहरों को कवर कर रही है। चीन के सरकारी मीडिया सीसीटीवी और पीपुल्स डेली की तरफ से भी प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। इन प्रोग्राम के जरिए लोग इस बात की जानकारी हासिल कर सकते हैं कि उन्होंने ऐसी किस बस, ट्रेन या फिर प्लेन से सफर किया है जिसमें कोरोना वायरस का संक्रमित मरीज पहले से मौजूद था।