कोराना वायरस: हांगकांग में एक मरीज की मौत, डॉक्टर चीन से लगे बॉर्डर को सील करने पर अड़े
हांगकांग। चीन में कोरोना वायरस दिन पर दिन और ज्यादा खतरनाक होता जा रहा है। इस वायरस की वजह से अब हांगकांग में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। हांग कांग में इस वायरस की वजह से मौत की खबर ऐसे समय में आई है जब यहां पर मेडिकल वर्कर्स चीन से लगे बॉर्डर को पूरी तरह से बंद करने के लिए हड़ताल पर बैठे हैं। चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन की तरफ से मंगलवार को कहा गया है कि वायरस की वजह से मरने वालों की संख्या 425 पहुंच चुकी है। सोमवार तक यह आंकड़ा 361 था।
चार हफ्तों से जारी है डॉक्टरों की हड़ताल
हांगकांग में चार हफ्तों से मेडिकल वर्कर्स जिसमें डॉक्टरों के अलावा नर्स और हॉस्पिटल का दूसरा स्टाफ है, हड़ताल पर हैं। यहां पर न तो सर्जिकल मास्क की सप्लाई ठीक से हो पा रही है और न ही प्रोटेक्टिव गियर मिल रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इन सबके अभाव में वो वॉर्ड्स में नहीं जाएंगे। डॉक्टरों की मानें तो अगर बॉर्डर को सील नहीं किया गया तो फिर कितने भी संसाधन आ जाएं मरीजों को ठीक करने में सफलता कभी नहीं मिल पाएगी। जबकि अथॉरिटीज का कहना है कि बॉर्डर को पूरी तरह से बंद करना विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के मानकों के अनुकूल नहीं है।
वुहान से निकली मौत
वीन में मौत के नए मामले सेंट्रल हुबेई प्रांत से हैं जिसे वायरस का केंद्र बताया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की तरफ से इस वायरस को पहले ही ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किया जा चुका है। विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तक यह पता नहीं लग पा रहा है कि वायरस के लिए कौन सा रोगाणु जिम्मेदार है और वह कितना ज्यादा खतरनाक है, इस बारे में कुछ भी पता नहीं लग सका है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की डायरेक्टर नैंसी मेसोनियर का कहना है कि इंसान से इंसान में फैलने वाले इस वायरस से जुड़े केसेज में अभी और इजाफा होगा।