'खत्म हो रही है कोरोना वायरस की ताकत', इटली के टॉप डॉक्टर के इस दावे को WHO ने किया खारिज
नई दिल्ली। शीर्ष वैज्ञानिकों, स्वास्थ्य अधिकारियों और डब्ल्यूएचओ ने सोमवार को इटली के एक टॉप डॉक्टरों के उस दावे को खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस अब पहले से कमजोर पड़ रहा है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि वायरस अभी भी उतना ही खतरनाक है। साथ ही कहा है कि लोगों को हमेशा की तरह सावधान रहने की जरूरत है। आपको बता दें कि संक्रमण के शुरूआती समय में वायरस ने इटली सबसे ज्यादा कोहराम मचाया था। मार्च और अप्रैल के महीने में बड़े पैमाने पर लोगों की मौत हुई थी। यहां अब तक कोरोना वायरस ने 33 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। हालांकि थोड़े राहत की बात ये है कि अब यहां नए मरीजों की संख्या में भारी गिरावट आ गई है।
क्या कहा है WHO ने
जेनोआ के सैन मार्टीनो अस्पताल में संक्रामक बीमारियों की प्रमुख मैशियो बसेटी का भी कहना है कि दो महीने पहले वायरस जितना ताकतवर था, अब उतना नहीं है। हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस दावों को फिलहाल खारिज कर दिया है। WHO का कहना है कि ऐसी धारणाएं नहीं फैलनी चाहिए कि वायरस अचानक से अपने आप कमजोर हो गया है। हमें अभी भी सावधान रहने की जरूरत है।
क्या कहा था इटली के डॉक्टरों ने
एक सीनियर डॉक्टर ने कहा है कि कोरोना वायरस अपनी क्षमता खोता जा रहा है और अब यह बहुत ही कम घातक रह गया है। एलबर्टो जैंग्रिल्लो ने कहा है कि 'सच्चाई में यह वायरस अब इटली में क्लीनिकली मौजूद ही नहीं है।' एलबर्टो इटली के मिलान शहर के उस रैफ्फेले अस्पताल के हेड हैं, जो इटली में कोरोना वायरस महामारी का सबसे बड़ा हमला झेल चुका है। उन्होंने राय टेलीविजन से कहा है, 'पिछले 10 दिनों में स्वैब्स का जो मात्रात्मक अनुपात में वायरल लोड देखा गया है, वह एक महीने या दो महीने पहले की तुलना में बहुत ही कम है।
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