Coronavirus: बुजुर्ग दंपति ने ट्रंप की सलाह के बाद खाई फिश टैंक साफ करने वाली दवा, हो गई मौत
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले दिनों एक ऐसी दवाई को कोरोना वायरस के इलाज में कारगर बताया था जो मलेरिया के इलाज में प्रयोग होती है। अमेरिका के एरीजोना से आ रही एक खबर के मुताबिक एक व्यक्ति ने जब इस दवाई को ली तो उसकी मौत हो गई। इस व्यक्ति की पत्नी ने भी यह दवाई ली थी और अब उनकी हालत गंभीर है। दोनों ने खुद को कोरोना वायरस से बचाने के लिए यह दवाई ली थी। इस दवाई का नाम क्लोरोक्विन फॉस्फेट बताया जा रहा है। इस घटना के बाद भी ट्रंप ने सोमवार को हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिर से इस दवाई की तारीफ की है।
यह भी पढ़ें- अब तक 1 लाख से ज्यादा कोरोना के मरीज ठीक
60 साल की है उम्र
जिस व्यक्ति की मौत हुई है उसकी उम्र 60 वर्ष बताई जा रही है। दवाई लेने के बस 30 मिनट के अंदर इस व्यक्ति पर असर दिखने लगा था। उसकी हालत इतनी बिगड़ गई कि इसे बैनेर हेल्थ हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ गया। सोमवार को अस्पताल की तरफ से जारी एक प्रेस रिलीज में यह बात कही गई है। इस व्यक्ति की पत्नी की भी हालत नाजुक बनी हुई है। जो दवाई इसने खाई है अमेरिकी मीडिया के मुताबिक उसका प्रयोग फिश टैंक को साफ करने के लिए किया जाता है।
ट्रंप की प्रेस ब्रीफिंग देखकर खाई दवाई
व्यक्ति की पत्नी ने एनबीसी न्यूज को बताया कि उन्होंने ट्रंप की प्रेस ब्रीफिंग देखी थी। इसमें ट्रंप ने क्लोरोक्विन के संभावित फायदों के बारे में बताया था। उन्हें याद आया कि इसका प्रयोग तो वह अक्सर अपने घर का फिश टैंक साफ करने के लिए करती है। फिर उन्होंने अपने पति से कहा कि उनके पास तो यह दवाई मौजूद है। दोनों ने एक तरल पदार्थ में उस दवाई को मिलाया जिससे मछली का टैंक साफ करते हैं और फिर उसे पी गए। पत्नी की मानें तो दोनों कोरोना वायरस से बीमार नहीं होना चाहते थे।
आसमान पर पहुंची कीमत
दवाई लेने के कुछ मिनटों बाद ही दोनों की तबियत बिगड़ गई और उन्हें काफी गर्मी लगने लगी। पत्नी को उल्टियां होने लगीं और उनके पति को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। अस्तपाल में भर्ती कराने के कुछ ही देर बाद पति की मौत हो गई। जो दवाई इस वृद्ध दंपति ने ली थी उसमें मलेरिया की दवाई क्लोरोक्वीन के अंश भी थे। लेकिन इसका फॉर्मूला उस दवाई से कुछ अलग था। जब से ट्रंप ने इस दवाई के बारे में बताया है तब से ही ई-बे पर इसकी कीमतें आसमान छूने लगी हैं।
FDA ने खारिज किया ट्रंप का दावा
इस दवाई को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के तौर पर जानते हैं और ट्रंप के मुताबिक यह दवाई वायरस को खत्म करने में कारगर है। ट्रंप के मुताबिक जल्द ही इस दवाई को कुछ कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए बांटा जाएगा। वहीं फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) की तरफ से ट्रंप के दावे को खारिज कर दिया गया था। एफडीए की तरफ से कहा गया था कि सिर्फ क्लीनिकल ट्रायल के बाद ही इसे कोरोना के इलाज के लिए दिया जाएगा। अधिकारियों ने लोगों को वॉर्निग दी है कि बिना डॉक्टर की सलाह के वो इस दवाई को लेने से बचें।