कोरोना लॉकडॉउन: अंतिम सांसें गिन रही मां के पास भी नहीं पहुंच सके एक प्रधानमंत्री
नई दिल्ली- देश में हाल के दिनों में कुछ नेताओं की ओर से लॉकडाउन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए देखा गया है। लेकिन, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री कोरोना वायरस की वजह से जारी पाबंदियों के चलते अपनी मां के पास उनकी मौत के वक्त भी नहीं पहुंच पाए। असल में डच पीएम मार्क रुटे की मां एक केयर होम में रहती थीं और खुद रुटे ने ही कोरोना संकट को देखते हुए दो महीने पहले किसी को भी ऐसी जगहों पर जाने पर पाबंदी लगाई थी, ताकि बुजुर्गों को संक्रमण के खतरे से बचाए रखा जा सके। लेकिन, इसी दौरान खुद उनकी मां का भी निधन हो गया और उन्होंने प्रधानमंत्री होते हुए, अपनी ही सरकार के आदेशों का बहुत ही सहजता से पालन किया, भले ही इसका निजी तौर पर उन्हें जो खामियाजा भुगतना पड़ा, उसकी भरपाई कभी हो ही नहीं सकती।
लॉकडाउन के चलते अंतिम वक्त में मां के पास नहीं पहुंच सके डच पीएम
डच पीएम मार्क रुटे की 96 साल की मां केयर होम में अंतिम सांसें गिन रही थीं। वहां के प्रधानमंत्री को इस बात की जानकारी थी, लेकिन वह देश में जारी कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते अपनी मरती हुई मां के पास अंतिम मुलाकात तक के लिए नहीं पहुंच पाए। डच पीएम के दफ्तर ने बताया है कि मार्क कोरोना वायरस की पाबंदियों का पालन करना चाहते थे, जिसमें केयर होम में जाने पर रोक लगी हुई थी। सबसे बड़ी बात ये है कि मार्क ने अपनी मां की मौत का खुलासा 25 मई यानि पिछले सोमवार को किया है, जबकि उनकी बुजुर्ग मां पिछले 13 मई को ही दम तोड़ चुकी थीं। उनकी बुजुर्ग मां माइके रुटे-डाइल्लिंग दि हेग के जिस केयर होम में रहती थीं, वैसी जगहों पर दूसरे लोगों के जाने पर उनकी सरकार ने ही पिछले 20 मार्च को कोरोना के चलते रोक लगाई थी।
ब्रिटिश पीएम के सहयोगी ने तोड़ी पाबंदियां
डच पीएम ने यह घोषणा तब की है जब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के स्पेशल एडवाइजर डॉमिनिक कमिंग्स को कोरोना वायरस से जुड़ी पाबंदियों की धज्जियां उड़ाते पकड़ा गया है। इसको लेकर ब्रिटेन में एक राजनीतिक भूचाल आया हुआ है। डॉमिनिक पर आरोप है कि वे अपने माता-पिता के एस्टेट में रहने के लिए कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करते हुए देश की सीमा को भी पार कर गए। जब रुटे के दफ्तर से मीडिया ने सवाल किया कि वे अपनी मां को अंतिम समय में देख भी नहीं पाए तो उनकी प्रवक्ता ने कहा कि 'प्रधानमंत्री ने सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया है।' बता दें कि जिस केयर होम में रुटे की मां रहती थीं, वहां भी कोरोना वायरस का संक्रमण फैला था, लेकिन उनकी मौत कोरोना के चलते नहीं हुई है।
हमेशा यादों में रहेंगी मां- डच पीएम
इससे पहले मार्क रुटे ने अपनी मां की मौत की जानकारी देते हुए ये कहा था, 'बहुत ज्यादा उदासी और उनकी यादों के साथ, मेरा परिवार इस बात के लिए आभार भी जता रहा है कि हमें उनके साथ इतने लंबे वक्त तक रहने की अनुमति मिली।.....हमनें परिवार के बीच में उनको अब अलविदा कर दिया है और और उम्मीद करते हैं कि इस महान क्षति को आने वाले भविष्य में शांति के साथ निपट सकेंगे। ' बता दें कि डच सरकार ने सामान्य नागरिकों को ऐसे केयर होम में सोमवार से ही जाने की इजाजत दी है और यह अनुमति फिलहाल 15 जून तक के लिए जारी रहेगी। बता दें कि नीदरलैंड यूरोप के उन देशों में शामिल है, जिसने लॉकडाउन को बहुत ही सोच-समझकर लगाया है। यहां अबतक कोरोना वायरस के कुल 45,445 केस सामने आए हैं, जबकि 5,830 लोगों की इससे मौत हुई है।