जापान के उप-प्रधानमंत्री बोले, WHO का नाम बदलकर चीनी स्वास्थ्य संगठन कर देना चाहिए
टोक्यो। जापान के उप-प्रधानमंत्री तारो सो ने कोविड-19 को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने संगठन पर तंज कसते हुए कहा है कि इस संगठन का नाम बदलकर 'चाइनीज स्वास्थ्य संगठन' कर देना चाहिए। उन्होंने संगठन पर आरोप लगाया कि उसने कोरोना वायरस महामारी पर चीन के ही एजेंडे को आगे बढ़ाया है। सो ने यह बात टोक्यो में प्रतिनिधि सभा के दौरान सांसदों को संबोधित करते हुए कही है।
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दुर्भाग्यपूर्ण
चीफ टेडरॉस सवालों के घेरे मे
महामारी की वजह से अब तक दुनिया में 1,098,762 मरीज हो चुके हैं और 59,172 लोगों की मौत हो गई है। सो ने डब्लूएचओ के मुखिया टेडरॉस एडहानोम घेब्रेसियस पर भी निशाना साधा है। उन्होंने टेडरॉस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह इस महामारी से निपटने के लिए इसका सही अंदाजा लगाने में पूरी तरह असफल रहे है। उन्होंने यह बात चेंज.ओआरजी पर दायर एक याचिका का जिक्र करते हुए कही है। इस याचिका में महामारी से निपटने में विफल रहे टेडरॉस एडहानोम घेब्रेसियस के इस्तीफे की मांग की है। सो ने बताया, 'इस याचिका को अब तक 500,000 लोग के हस्ताक्ष्क्षर मिल चुके हैं। इसे डब्लूएचओ से बदलकर सीएचओ (चाइनीज हेल्थ ऑर्गनाइजेश) कर देना चाहिए। लोग भी अब यही चाहते हैं।' इस याचिका की शुरुआत जनवरी माह के अंत में हुई थी और सिर्फ 24 घंटे के अंदर साइन करने वालों की संख्या बढ़कर सात लाख हो चुकी है। इस याचिका की शुरुआत ओसुका यिप ने की थी और उन्होंने ही सबसे पहले कहा था कि डब्लूएचओ के मुखिया कोविड-19 का अंदाजा लगाने में असलफ रहे। साथ ही उन्होंने इस बात को भी मानने से इनकार कर दिया कि चीन से निकला यह वायरस दुनियाभर के लिए एक वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल है।