कोरोना संक्रमित 69 साल के व्यक्ति के प्राइवेट प्रार्ट में हुआ ब्लड क्लॉटिंग, 3 घंटे तक दर्द के बाद मौत
नई दिल्ली। अमेरिका में एक कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के साथ ऐसा हुआ जिसे जानकर आप कांप जाएंगे। वो तीन घंटे तक भयंकर दर्द से जूझता रहा। वो दर्द भी एक अजीब और दुर्लभ बीमारी की थी। जानकारी के मुताबिक ओहियो में 69 साल के एक अज्ञात व्यक्ति को ऐसी बीमारी से मौत हो गई, जिसे मेडिकल टर्म में ब्लड क्लॉटिंग कहते हैं। ये शख्स पिछले महीने ही कोरोना से संक्रमित हुआ था। शख्स को अगस्त महीने में सांस लेने में परेशानी और नसों में सूजन की समस्या के चलते मियामी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके फेफड़े के अंदर पानी भी भर गया था।
वो मोटापे से ग्रस्त था। उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। 10 दिनों तक इलाज के बाद उसे फेफड़े काम करना बंद कर दिए। वहां मौजूद डॉक्टरों ने उसके शरीर में ऑक्सीजन के लिए मशीन का सहारा लिया। 12 घंटे ऑक्सीजन के बाद जब उसे उल्टा घुमाया गया तो नर्सों ने देखा कि उसे शरीर में ब्लड की क्लॉटिंग हो रही थी। डॉक्टर्स ने पाया कि उसे प्राइवेट पार्ट में ब्लड क्लॉट हो गया था। द अमेरिकन जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस के चलते उसके लिंग में रक्त के थक्के जम गए थे।
डॉक्टरों ने बताया कि कॉर्पोरा cavernosa - उसके लिंग के अंदर ऊतक के कक्ष - कठोर थे, फिर भी टिप समतल था। जब रक्त स्तंभन कक्षों में फंस जाता है, जो रक्त में थक्कों के कारण होता है। जिस चक्त ये हुआ उस वक्त मरीज बेहोश था और वो ये बता पाने की स्थिति में नहीं था कि उसे कितना दर्द हो रहा है। डॉक्टर्स ने बताया कि इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हालांकि डॉक्टर्स की टीम ने फौरन मरीज को एक ड्रिप लगाई थी जिसमें रक्त के थक्के को रोकने के लिए दवा थी। 30 मिनट में लिंग का सूजन खत्म हो गया था। आपको बता दें कि कोरोना में कई मरीजों के अंदर ब्लड क्लॉटिंग की समस्या देखी गई है जो जानलेवा होता है।
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