कोरोना के चलते बेघरों को फाइव स्टार होटल में ठहराएगी ये सरकार
पर्थ।
कोरोना
वायरस
जो
दिसंबर
में
चीन
के
वुहान
से
निकला
था
अब
दुनिया
के
हर
देश
को
अपनो
निशाना
बना
रहा
है।
भारत
समेत
दुनिया
के
कई
देशों
में
लॉकडाउन
जारी
है।
वहीं,
इस
लॉकडाउन
के
दौरान
सबसे
बड़ी
समस्या
उन
लोगों
की
है
जो
बहुत
गरीब
हैं
और
सड़कों
पर
रहने
को
मजबूर
हैं।
इनके
पास
न
तो
रहने
को
घर
है
और
न
ही
खाने
को
खाना।
भारत
में
कई
एनजीओ
की
तरफ
से
इन
लोगों
को
भोजना
तो
मुहैया
कराया
जा
रहा
है,
मगर
अभी
तक
महामारी
के
दौरान
इनके
लिए
किसी
सही
ठिकाने
का
इंतजाम
नहीं
हो
सका
है।
दूसरी
ओर
पश्चिमी
ऑस्ट्रेलिया
की
सरकार
ने
सड़कों
पर
रहने
वाले
तमाम
लोगों
को
फाइव
स्टार
होटल
में
रुकाने
का
इंतजाम
किया
है।
एक माह के लिए बुक हुआ होटल
पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने पर्थ का पैन पैसेफिक होटल एक माह के लिए बुक किया है। इस होटल के कमरे का एक रात का किराया भारतीय रुपयों में करीब 20,000 रुपए है। पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के हेल्थ मिनिस्टर रोजर कुक की तरफ से इस बात की घोषणा की गई है। कुक ने कहा है कि यह फैसला वायरस को फैलने से रोकने के लिए लिया गया है। होटल में 20 स्लीपर्स का प्रयोग एक माह तक ट्रायल के तौर पर किया जाएगा। यहां पर उन लोगों को रखा जाएगा तो कोरोना वायरस के दौरान खुद को आइसोलेट नहीं कर सकेंगे।
बढ़ाया जाएगा कार्यक्रम
कहा जा रहा है सरकार इस प्रोग्राम को आगे बढ़ा सकती है और यहां पर फिर उन लोगों को रखा जाएगा जो घरेलू हिंसा के शिकार हैं। साथ ही उन्हें भी जगह मिलेगी जो मानसिक बीमारी से जूझ रहे हैं। तब होटल के 120 कमरों का प्रयोग होगा। पिछले हफ्ते इस प्रोग्राम के लिए एक टास्क फोर्स बनाई गई थी। इस टास्क फोर्स को महामारी के दौरान बेघर लोगों की समस्या का समाधान तलाशने का जिम्मा सौंपा गया था। कम्युनिटी सर्विसेज मिनिस्टर सिमोन मैक्गर्क ने कहा कि सरकार के पास उन लोगों की संख्या है जिन पर इस महामारी का खतरा ज्यादा है।
कुछ और देशों में भी जारी है प्रयोग
सिमोन ने बताया कि इस तरह की पहल कुछ और देशों जैसे यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और कनाडा में भी जारी हैं। इनसे पता लगता है कि जब प्राइवेट और कम्युनिटी सर्विस एक साथ मिलकर काम करती हैं तो क्या हासिल किया जा सकता है। सिमोन ने पैन पैसेफिक पर्थ को संकट की इस घड़ी में आगे आने के लिए धन्यवाद भी कहा है। पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में इस समय 355 मरीज हैं।
ऑस्ट्रेलिया में अब तक 4,450 मरीज
सोमवार को सरकार ने कहा था कि वह कोरोना वायरस की टेस्टिंग को बढ़ाएगी और बुखार या फिर सांस की बीमारी वाले मरीजों को भी टेस्ट किया जाएगा। रोजर कुक के मुताबिक पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के 84 प्रतिशत केस ऐसे हैं जो विदेशों से आने वाले लोगों या फिर क्रूज शिप से जुड़े हुए हैं। पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में अब तक 41 लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। पूरे ऑस्ट्रेलिया की अगर बात करें तो इस समय यहां 4,450 कोरोना वायरस के मरीज हैं जिसमें से 19 लोगो की मौत हो चुकी है।