Coronavirus: यूरोपियन थिंक टैंक ने Lockdown के लिए की पीएम मोदी की तारीफ, कहा-महामारी को रोकने के लिए यही आखिरी विकल्प
लंदन। इटली, फ्रांस और स्पेन समेत पूरा यूरोप इस समय चीन के वुहान से निकले कोरोना वायरस की मार झेलने को मजबूर है। अकेले यूरोप में इस वायरस ने 25,000 लोगों की जान ले ली है। अब जाकर कई देशों में लॉकडाउन के कड़े नियम लागू किए गए हैं ताकि जानलेवा वायरस और ज्यादा लोगों को अपना निशाना न बनाने पाए। इन सबके बीच यूरोप के एक थिंक टैंक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की है। थिंक टैंक के मुताबिक पीएम मोदी की तरफ से 21 दिनों का जो लॉकडाउन घोषित किया गया है, वह कोविड-19 के खिलाफ जंग में काफी अहम है।
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लॉकडाउन बहुत मुश्किल मगर जरूरी
एम्सर्टडम स्थित थिंक टैंक यूरोपियन फाउंडेशन फॉर साउथ एशिया स्टडीज (ईएफसास) की तरफ से कहा गया है कि भारत में सरकार की तरफ से लॉकडाउन का जो फैसला किया गया, वह सही दिशा में उठाया गया एक संवेदनशील और बड़ा कदम है। ईएफसास के मुताबिक 1.3 बिलियन लोगों के लॉकडाउन कोई बहुत आसान और सहज फैसला नहीं रहा होगा। भारत जैसे देश में जहां भिन्न-भिन्न जनसांख्यिकीय (डेमोग्राफी) के लोग शहरों और गांवों में रहते हैं। यहां पर घनी आबादी है और सोशल डिस्टेंसिंग बिल्कुल किसी एलियन की ही तरह है जिसे न कभी देखा गया हो और जिसके बारे में कल्पना ही की जा सकती हो। थिंक टैंक की मानें तो यह बिल्कुल अप्रयोगात्मक कदम भी लगता है।
सही समय पर लिया गया सही फैसला
ईएफसास के डायरेक्टर जुनैद कुरैशी कहते हैं, 'मेरे ख्याल से लॉकडाउन बहुत ही अच्छा रहा है, बहुत नाजुक और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सही उपाय है। जहां बहुत से देश जिसमें यूरोप के देश भी शामिल हैं, जहां महामारी पैर फैला रही है, उन्होंने वायरस को फैलने से रोकने के लिए ऐसे आक्रामक कदम उठाने में काफी समय लिया, भारत ने तेजी से अपने सभी सीमाओं को सील कर दिया और साथ ही लॉकडाउन का ऐलान कर दिया।' उन्होंने आगे कहा, 'भारत सरकार को बहुत पहले ही समझ में आ गया था कि भारत जैसे देश में या फिर दक्षिण एशिया जैसे क्षेत्र में जहां आबादी दुनिया में सबसे ज्यादा है, महामारी नरसंहारक साबित हो सकती है।'
सरकार के पास आगे की सोचने की नीति
उन्होंने कहा कि अभी मरीजों की संख्या कम है और इसमें बहुत तेजी से इजाफा नहीं हो रहा है लेकिन इनमें तेजी से इजाफा हो सकता है। इसलिए इस तरह के कदम उठाने सरकार की आगे की सोचने की नीति को दर्शाता है। अब तक अमेरिका में 3,017 लोगों की मौत हो चुकी है और कुल मरीज 163,000 हैं। इटली में 97,687 मरीज और चीन में 81,195 केस हैं। जबकि भारत में अभी यह आंकड़ा 1072 है। ईएफसास के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने जो कदम उठाए हैं उससे देश की अर्थव्यवस्था पर असर तो पड़ेगा और गरीब प्रभावित होंगे मगर इसके अलावा कोई और विकल्प नहीं है।
पाकिस्तान की आलोचना
वहीं, थिंक टैंक ने इस बात को भी समझा है कि सरकार की तरफ से गरीबों के लिए रक्षात्मक फैसलों का ऐलान भी किया है। जुनैद ने इस तरफ भी ध्यान दिलाया कि भारत जैसे देश में स्वास्थ्य सुविधाएं सीमित हैं और कोविड-19 से जंग के लिए संगठित प्रतिक्रिया ही इस क्षेत्र को बचा सकती है। थिंक टैंक ने कोविड-19 को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सार्क देशों के मुखियाओं की मीटिंग को भी एक बड़ी पहल करार दिया है। जुनैद ने पाकिस्तान की आलोचना की और कहा कि यह बहुत ही दुखद है जो पाक ने इस मंच को भी राजनीतिकरण के लिए प्रयोग किया। उन्होंने पाक के नेृत्तव को गैर-जिम्मेदार करार दिया है।