Coronavirus: डोनाल्ड ट्रंप बोले नमस्ते बचाएगा इन्फेक्शन से, मैंने भारत जाकर सीखा ये तरीका
वॉशिंगटन।
अमेरिकी
राष्ट्रपति
डोनाल्ड
ट्रंप
दुनिया
के
उन
चुनिंदा
नेताओं
में
शामिल
हो
गए
हैं,
जो
अब
हैलो
या
हैंडशेक
की
जगह
नमस्ते
को
तरजीह
दे
रहे
हैं।
ट्रंप
ने
कहा
है
कि
भारत
बिना
संपर्क
में
आए
नमस्ते
की
वजह
से
कोरोना
वायरस
के
खिलाफ
लड़ाई
में
काफी
अहम
हो
गया
है।
ट्रंप
ने
यह
बात
उस
समय
कही
जब
वह
व्हाइट
हाउस
में
आयरलैंड
के
प्रधानमंत्री
लियो
वराडकर
से
मुलाकात
कर
रहे
थे।
Coronavirus:फ्रेंच राष्ट्रपति मैंक्रो बोले अब हेलो नहीं नमस्ते
भारत में सब एक-दूसरे को नमस्ते कहते हैं
गुरुवार को इस मुलाकात के बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने लियो से हाथ मिलाने की जगह नमस्ते कहा और अपनी बात रखी। आयरलैंड के पीएम भी भारतीय मूल के हैं। दोनों नेताओं ने हाथ नहीं मिलाया और जब रिपोर्ट्स ने ट्रंप से इसकी वजह पूछी तो उन्होंने जो जवाब दिया वह भी काफी खास है। ट्रंप और वराडकर दोनों ने एक साथ कहा कि उन्होंने एक-दूसरे का अभिवादन नमस्ते से किया है। इसके बाद ट्रंप ने कहा, 'मैं हाल ही में भारत से लौटा हूं। मैंने वहां पर किसी से हाथ नहीं मिलाया और यह बहुत आसान था क्योंकि वहां पर सब एक-दूसरे से नमस्ते के साथ मिलते हैं।' इसके बाद ट्रंप ने दोनों हाथों को जोड़कर नमस्ते कहा और फिर जापान की परंपरा के तहत झुक कर अभिवादन किया।
कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति से ट्रंप ने किया हैडशेक
राष्ट्रपति ट्रंप कुछ दिनों पहले मैट स्काल्प से मिले थे। मैट अमेरिकी कंजर्वेटिव यूनियन के मुखिया हैं और वह कोरोना वायरस पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आ चुके थे। ट्रंप प्रशासन इस घटना के बाद से ही ट्रंप के स्वास्थ्य को लेकर खासा चिंतित है। उनके पर्सनल डॉक्टर सीन कोन्ले अब कोरोना वायरस पर मीटिंग्स अटेंड कर रहे हैं। व्हाइट हाउस स्टाफ को इस बात का डर लगा है कि कहीं ट्रंप इससे इनफेक्टेड न हो जाएं। अब ट्रंप उस इंसान से दो डिग्री दूर रहते हैं जो कोरोना वायरस टेस्ट के लिए गया हो। बताया जा रहा है कि सीक्रेट सर्विस स्टाफ के लिए भी ट्रंप को सुरक्षित रखना चुनौतीपूर्ण साबित होता जा रहा है।
फ्रांस के राष्ट्रपति भी सीख कर गए नमस्ते
कोरोना वायरस के डर के बीच ही फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो ने अपने समकक्षों का अभिवादन हैंडशेक की जगह भारतीय परंपरा 'नमस्ते' के साथ करने का फैसला किया है। बुधवार को पेरिस स्थित एलीसी पैलेस में मैंक्रो ने हाथ जोड़कर नमस्ते के साथ स्पेन के किग फिलिप और रानी लेटजिया का अभिवाददन किया। फ्रांस के राजदूत लेनिन ने ट्वीट किया और लिखा, 'राष्ट्रपति मैंक्रो ने तय किया है कि वह अपने सभी समकक्षों का अभिवादन नमस्ते के साथ करेंगे, एक ऐसा शोभनीय तरीका जिसके बारे में उन्होंने अपने साल 2018 के भारत दौरे में सीखा।' मैंक्रो के अलावा उनकी पत्नी फर्स्ट लेडी ब्रिगेट ने भी राजा-रानी का स्वागत नमस्ते से किया।
प्रिंस चार्ल्स और नेतन्याहू भी बोले नमस्ते
मैंक्रो और ट्रंप से पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी लोगो से अपील की है कि वे हाथ मिलाने की जगह नमस्ते को अपने अभिभावदन करने के अंदाज का हिस्सा बनाएं। नेतन्याहू ने कुछ दिनों पहले अपने देशवासियों से अपील की थी कि वे सभी कोरोना वायरस के कहर से बचने के लिए भारत की परंपरा नमस्ते को चलन में लाएं। नेतन्याहू से अलग पिछले दिनों ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स ने लंदन में आयोजित एक कॉमनवेल्थ इवेंट में लोगों का अभिभावन इसी नमस्ते किया है।
यूरोप की अथॉरिटीज ने हैंडशेक न करने को कहा
यूरोप की पब्लिक हेल्थ अथॉरिटीज ने लोगों से अपील की है कि वे सभी हैंडशेक से बचें ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके। अथॉरिटीज मान रही हैं कि वायरस इंसानों के करीबी संपर्क से फैल रहा है। जानकारी के मुताबिक फ्रांस में 1500 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित है और अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। मैंक्रो ने हाल ही में कहा था कि उनका देश स्थिति से निबटने के लिए सही कदम उठा रहा है।