चीन में खतरनाक हुआ Coronavirus, 425 लोगों की मौत के बाद अमेरिका की मदद लेने को तैयार
बीजिंग। चीन में कोरोना वायरस दिन पर दिन और ज्यादा खतरनाक होता जा रहा है। इस वायरस की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 425 पर पहुंच गया है। वहीं सोमवार को यहां पर पहली बार सबसे ज्यादा लोगों में संक्रमण देखा गया। न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक तीन फरवरी को 64 लोगों में इस वायरस के लक्षण देखे गए थे। यह एक माह में यहां पर इतने लोगों में एक साथ पहली बार इस वायरस के लक्षण देखे गए हैं। इन सबके बीच चीन ने कहा है कि वायरस से लड़ाई के लिए अमेरिका की तरफ से जो भी मदद दी जाएगी। वह उसे मंजूर है। चीन ने अमेरिका पर आरोप लगाया था कि वह वायरस को लेकर लोगों में डर पैदा करने का काम कर रहा है।
एक ही दिन में 44 मौतें
चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन की तरफ से मंगलवार को कहा गया है कि वायरस की वजह से मरने वालों की संख्या 425 पहुंच चुकी है। सोमवार तक यह आंकड़ा 361 था। मौत के नए मामले सेंट्रल हुबेई प्रांत से हैं जिसे वायरस का केंद्र बताया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की तरफ से इस वायरस को पहले ही ग्लोबल इमरजेंसी घोषित किया जा चुका है। विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तक यह पता नहीं लग पा रहा है कि वायरस के लिए कौन सा रोगाणु जिम्मेदार है और वह कितना ज्यादा खतरनाक है, इस बारे में कुछ भी पता नहीं लग सका है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की डायरेक्टर नैंसी मेसोनियर का कहना है कि इंसान से इंसान में फैलने वाले इस वायरस से जुड़े केसेज में अभी और इजाफा होगा।
अमेरिका पर बेवजह डर पैदा करने का आरोप
चीन में मंगलवार को इस वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में तीन हजार से ज्यादा का इजाफा हुआ। चीन में मंगलवाल को 20, 438 लोगों में इनफेक्शन देखा गया है। 151 केसेज ऐसे हैं जो दुनिया के 23 देशों में देखे गए हैं जिसमें अमेरिका, जापान, थाइलैंड, हांगकांग और ब्रिटेन शामिल हैं। सीडीसी का कहना है कि अमेरिका में 11 लोग संक्रमित है जिसमें से एक मरीज कैलिफोर्निया में है। यह मरीज उस संक्रमित परिवार के संपर्क में आया था जो चीन से वायरस लेकर लौटा था। अमेरिका में इंसान से इंसान में संक्रमण पहुंचने का यह दूसरा केस है। इस तरह का पहला केस पिछले हफ्ते इलिनियॉस में देखा गया था। चीन ने अमेरिका पर आरोप लगाया था कि वह कोरोना वायरस को लेकर डर का माहौल बना रहा है। इस डर की वजह से उसके बाजार में आठ प्रतिशत की गिरावट देखी गई थी।