Coronavirus: चीन के करीबी दोस्त ने भारत से लगाई वैक्सीन दान करने की गुहार
नई दिल्ली। कोरोना महामारी का प्रकोप झेल रहे पड़ोसी देशों पर भी अब भारत ने उदारता दिखाते हुए मुफ्त कोरोना वैक्सीन देने का फैसला किया है। इसी कड़ी में कंबोडिया ने भारत से वैक्सीन की मांग कर सहायता मांगी है। इस मामले में वहां के प्रधानमंत्री हुन सेन की तरफ से वैक्सीन की मांग के लिए प्रस्ताव रखा है। इस बारे में जानकारी कंबोडियाई मीडिया से सामने आई है। खबरों की मानें तो, कंबोडिया में भारत के राजदूत देवयानी उत्तमखोब्रागेड के साथ मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री हुन सेन ने वैक्सीन का आग्रह किया।
हुन सेन ने पहले तो भारत को वैक्सीन की सफलता के लिए बधाई दी। इसी दौरान उन्होंने कहा कि, 'चीन की ओर से वैक्सीन मिलने के बावजूद अभी और वैक्सीन की जरूरत है।' जानकारी के अनुसार, भारत में बनी कोवैक्सीन वैक्सीन के 45 लाख डोज में से 8 लाख डोज भारत- मॉरिशस, फिलिपींस और म्यांमार भेजने वाला है।
कोविशील्ड वैक्सीन की मांग सबसे ज्यादा
अधिकांश देशों ने आक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित और एसआईआई द्वारा तैयार की गई कोविशील्ड वैक्सीन लेने में रूचि दिखाई है। भारत में भी शुरू हुए टीकाकरण अभियान में कोविशील्ड के साथ ही स्वदेशी कोवैक्सीन लगाई जा रही है। कोवैक्सीन को हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने विकसित किया है। देश में कोरोना वैक्सीन के अभी तक कोई साइड इफेक्ट भी नजर नहीं आए हैं। कुछ मामलों में लोगों अस्पताल में भर्ती कराया गया है, लेकिन अभी तक यह पुष्टि नहीं हुई है कि कोरोना वैक्सीन लेने के कारण ही इन लोगों की स्थिति खराब हुई थी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने हाल ही में कहा था कि फिलहाल कोरोना वैक्सीन की घरेलू खपत का भी आकलन किया जा रहा है। उसके बाद दूसरे देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराने का धीरे धीरे फैसला होगा।