वुहान आने के लिए भारत के विमान को अनुमति देने में किसी भी तरह की देरी नहीं: चीन
नई दिल्ली। चीन के वुहान शहर को कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले रखा है। भारत ने यहां कोरोना वायरस से पीड़ितों की मदद के लिए मेडिकल आपूर्ति भेजने का फैसला लिया था। भारत की ओर से यह विशेष विमान भेजेगा। लेकिन इस बीच रिपोर्ट सामने आई कि चीन की ओर से विमान को वुहान आने की अनुमति देने में देरी की गई। लेकिन इस रिपोर्ट को चीन ने खारिज किया है। चीन की ओर से कहा गया है कि दोनों देशों के संबंधित विभाग एक दूसरे से संपर्क में हैं। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंज शुआंग ने बताया कि चीन ने भारत को यहां फंसे भारतीयों को बाहर निकालने में मदद की है। दोनों ही देश के संबंधित अधिकारी एक दूसरे के संपर्क में हैं, चीन की ओर से भारत के विमान को अनुमति देने में किसी भी तरह की देरी नहीं की गई।
बता दें कि भारत की ओर से 17 फरवरी को इस बात का ऐलान किया गया था भारतीय वायुसेना का सबसे बड़ा विमान सी-17 ग्लोबमास्टर तमाम मेडिकल सप्लाई के साथ चीन के वुहान शहर भेजेगा। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि विमान जब वापस आएगा तो उन भारत के नागरिकों को वापस लेकर आएगा जो पिछली बार नहीं आ सके थे। जो लोग भारत आना चाहते हैं वह दूतावास से संपर्क कर सकते हैं।
रवीश कुमार ने बताया कि जापान में डायमंड प्रिंसेस शिप पर फंसे भारतीय नागरिकों को लेकर रवीश कुमार ने कहा कि शिप में कुल 132 क्रू मेंबर और 6 भारतीय यात्री सवार हैं। ताजा जानकारी के अनुसार 8 भारतीय कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, उनका स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है। भारत सरकार ने फैसला लिया है कि हम एक एयरक्राफ्ट भेजेंगे जिसमे तमाम मेडिकल सप्लाई और राहत सामग्री वुहान भेजी जाएगी। हमारी ओर से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में चीन की मदद का एक छोटा सा प्रयास है। वापस आते समय यह एयरक्राफ्ट उन भारतीय नागरिकों को वापस लेकर आएगा जो पिछली बार वापस नहीं आ सके थे। जो लोग वापस आना चाहते हैं वह दूतावास में संपर्क कर सकते हैं। विमान में मौजूद जगह के आधार पर फैसला लिया जाएगा कि हम अन्य देशों के नागरिकों को ला सकते हैं या नहीं।