कोरोना के खिलाफ हर्ड इम्युनिटी हासिल करना मुमकिन नहीं, स्टडी ने थिअरी पर उठाए सवाल
नई दिल्ली। स्पेन में की गई एक स्टडी के मुताबिक हर्ड इम्यूनिटी कोई ऐसा कारगर उपाय नहीं है, जिससे कोरोना के खतरे को टाला जा सके। स्पेन में अपने अध्ययन के आधार पर मशहूर पत्रिका द लैंसेट ने इसको लेकर रिपोर्ट की है। स्पेन में हुई राष्ट्रव्यापी स्टडी में पाया गया है कि यहां की कुल आबादी में से करीब 5 फीसदी लोगों के भीतर कोरोनो वायरस एंटीबॉडीज विकसित गए हैं, जब की यहां संक्रमितों की संख्या लाखों में थी। देश की 95 फीसदी आबादी में कोरोना का खतरा ज्यों का त्यों बना हुई है। ऐसे में हर्ड इम्युनिटी की थिअरी को ये स्टडी गलत साबित कर रही है।
इम्युनिटी की थिअरी कारगर नहीं
कोरोना वायरस के फैलने के बाद कई लोगों ने ये तर्क दिया है कि किसी देश में बड़े पैमाने पर इसके फैलने के बाद वहां को लोगों के भीतर हर्ड इम्यूनिटी पैदा हो जाएगी। यानी आबादी में इस बीमारी से लड़ने की सामूहिक रोग प्रतिरोधकता पैदा हो जाएगी। जिसके बाद ये बीमारी ज्यादा असर नहीं कर पाएगी।
कोरोना से बुरी तरह से प्रभावित स्पेन में हुई स्टडी अब इस तर्क के एकदम खिलाफ जा रही है। क्योंकि करीब साढ़े चार करोड़ की आबादी वाले स्पेन में तीन लाख के करीब कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं और 28 हजार से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है। स्टडी कहती है कि स्पेन की 95 फीसदी आबादी को फिर से कोरोना हो सकता है, उनका शरीर खुद इससे नहीं लड़ पाएगी। यानी देश की करीब 5 फीसदी आबादी ही वायरस से लड़ने के लिए शरीर में जरूरी एंटीबॉडीज विकसित कर पाई।
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61 हजार सैंपल लिए गए
इस स्टजी के लिए स्पेन में 61 हजार लोगों के सैंपल लिए गए। नमूनों की सीरोप्रीवैलेंस और इम्यूनोएसे दो लेवल पर जांच की गई। जांच रिसर्चरों ने पाया कहा कि 5 फीसदी लोग सीरोप्रीवैलेंस जबकि 4.6 फीसदी लोग इम्यूनोएसे पर खरे उतरे। यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल का कहना है कि यूरोप के किसी देश में की गई ये अब तक की सबसे बड़ी स्टडी है। जिनेवा के सेंटर फॉर इमरजिंग वायरल डिजीज की प्रमुख इजाबेल एकरले और जिनेवा यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट बेंजामिन मेयर ने कहा है स्टडी के नतीजों से पता चलता है कि प्राकृतिक रूप से हर्ड इम्यूनिटी हासिल करना लगभग असंभव होगा।
कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे
दुनियाभर में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। एक करोड़ से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं। कई तरह की स्टडी हो रही हैं लेकिन कोरोना की वैक्सीन अभी नहीं मिल सकी है। भारत की बात करें तो मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटों के भीतर कोरोना वायरस के 22,252 नए मामले सामने आए हैं और 467 मरीजों की मौत हुई है। जिसके बाद देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 7,19,665 हो गई है, जिसमें 2,59,557 सक्रिय मामले हैं और अब तक 4,39,948 मरीज ठीक हुए हैं। अभी तक कुल 20,160 मौतें इस वायरस से हुई हैं।
चीन
ने
कोरोना
की
संभावित
वैक्सीन
SinoVac
के
थर्ड
स्टेज
का
ट्रायल
शुरू
किया