Corona:अधिक सामान क्यों खरीदा? 22 साल की एक मां को फेंक दिया दुकान से बाहर
लंदन। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कई कठोर पांबदियां लागू हैं। ये पांबदियां जरूरी हैं लेकिन इनकी वजह से कई लोगों को बेहद तकलीफें उठानी पड़ रही हैं। कई लोगों को तो अपमान भी झेलना पड़ता है। मौत, खौफ और जिल्लत ने इंसान की जिंदगी को दर्दनाक बना दिया है। 22 साल की एक मां अपने बुजुर्ग संबंधियों के लिए कुछ सामान खरीदने दुकान गयी। लेकिन कुछ ऐसा हुआ कि इस युवा माता को दुकान से लगभर बाहर फेंक दिया गया। जरूरत से अधिक सामान खरीदने के लिए उसे अपमानित किया गया। सुरक्षा गार्डों ने उसे पकड़ कर ऐसे दुकान से बाहर किया जैसे उसने कोई चोरी की हो। वह शर्मिंदगी से गड़ गयी। पहले तो उसे बहुत गुस्सा आया लेकिन फिर वह सोचने लगी कि नियम तो नियम हैं। उसे इस बात का मलाल था कि एक नेक काम के बदले जिल्लत क्यों मिली ? वह बुजुर्ग लोगों के लिए कुछ अतिरिक्त सामान खरीदना चाहती थी लेकिन उसके साथ अपराधियों की तरह सुलूक किया गया।
क्या-क्या दिन दिखाएगा कोरोना
ये कहानी है इंग्लैंड की। कोरोना के कारण पूरे ब्रिटेन में लॉकडाउन के सख्त नियम लागू हैं। सामान खरीदने के लिए विशेष नियम बनाये गये हैं। शनिवार को ईस्ट यॉर्कशायर काउंटी के हल शहर की एक महिला अपने बुजुर्ग संबंधियों का सामान खरीदने के लिए घर से बाहर निकली। ये बुजुर्ग सुरक्षा कारणों से बाहर निकलने की स्थिति में नहीं थे। चूंकि महिला कार ड्राइव करना नहीं जानती थी इसलिए उसने पति को साथ चलने के लिए कहा। 22 साल की यह महिला अपने दो बच्चों के लिए भी सामान खरीदना चाहती थी। पति-पत्नी ने सोचा कि जब बाहर निकल ही रहे हैं तो अपने घर के लिए भी खरीदारी कर लेंगे। वे कार से शहर के प्रसिद्ध डिपार्टमेंटल स्टोर ‘द रेंज' पहुंचे। ‘द रेंज' इंग्लैंड का मशहूर सुपरमार्केट चेन है। पूरे ब्रिटेन में इसके 160 से अधिक स्टोर हैं। इस स्टोर में लॉकडाउन के छोटे से छोटे नियम का भी कड़ाई से पालन किया जाता है। पति-पत्नी कार से ‘द रेंज' के स्टोर पहुंचे। पहले पत्नी कार से निकली और लाइन में खड़ा हो गयी। फिर पति कार से निकले और दूसरी पंक्ति में खड़ा हो गये। दो-दो मीटर की दूरी पर लोग खड़े थे। एक घंटे लाइन में लगने के बाद महिला का नम्बर आया। वह स्टोर में दाखिल हुई। कुछ देर बाद उसके पति भी स्टोर में दाखिल हुए। पति- पत्नी अलग सेक्शन में सामान खरीद रहे थे।
सामान खरीदने गयी, मिली जिल्लत
सामान खरीदने के दौरान ही महिला को याद आया कि उसके लिविंग रुम की दीवार लीकेज के कारण खराब हो गयी है। अगर पेंट का एक डब्बा खरीद ले तो काम हो जाएगा। वह ग्रोशरी सेक्शन से निबट कर पेंट खरीदने के लिए आर्ट एंड क्राफ्ट सेक्शन की तरफ बढ़ी तभी स्टोर की एक महिला कर्मचारी ने उसका रास्ता रोक लिया। महिला कर्मी ने बड़े कर्कश स्वर में पूछा, क्या तुम और तुम्हारे साथ आये पुरुष एक कार से आये हो ? मेरी तुम पर पहले से नजर थी। मैंने देखा तुम दोनों एक कार से उतरे हो। मैंने तुम दोनों को बात करते हुए भी देखा। ऊपर से तुमने इतने अधिक सामान खरीदें हैं। तुम्हारे साथ आये पुरुष सामान खरीद ही रहे हैं। फिर स्टोर की महिला कर्मचारी उस युवा माता पर जोर से चिल्लाने लगी, तुमने लॉकडाउन नियमों को तोड़ने का साहस कैसे किया ? खरीदारी कर रही महिला ने अपने बच्चों और अपने बुजुर्ग संबंधियों का हवाला दिया। उसने बताया कि सीनियर सिटीजन की मदद के लिए ये खरीदारी की है। लेकिन स्टोर की स्टाफ ने एक नहीं सुनी। वह जोर-जोर से चिल्लाती रही और भला-बुरा कहती रही। फिर सुरक्षा गार्डों को बुला कर इस युवा माता को स्टोर से बाहर निकालने का फरमान सुनाया गया। सुरक्षा गार्ड इस महिला को अपमानजनक तरीके बाहर ले गये। उसे स्टोर से बाहर ऐसे धकेला गया जैसे कि उसने कोई चोरी की हो। दुकान के बाहर लोगों की लंबी लाइन लगी हुई थी। सब लोग इस महिला की और देखने लगे। यह सब देख कर महिला का पति दौड़ा दौड़ा आया। उसने शॉपिंग छोड़ कर सीधे घर चलने के लिए कहा।
ग्राहक से अपराधियों जैसा सलूक क्यों ?
इस अपमान को देख कर महिला को बहुत गुस्सा आया। उसने स्टोर के प्रबंधकों के खिलाफ शिकायत करने की सोची। फिर जब गुस्सा ठंडा हुआ तो उसे लॉकडाउन और खरीदारी के नियमों की याद आयी। उसने शिकायत का ख्याल छोड़ दिया। लेकिन उसको इस बात की पीड़ा हुई कि क्या नियम इतने कड़े होने चाहिए कि किसी सामान्य आदमी को भी क्रिमिनिल की तरह प्रताड़ित किया जाए। वह तो एक बूढ़े-बुजुर्ग की मदद करना चाहती थी। लेकिन दुकान वालों को यह भी मंजूर नहीं हुआ। दरअसल ब्रिटेन में एक परिवार के लिए एक ही आदमी को सामान खरीदने की इजाजत है। अगर किसी कार में परिवार के एक से अधिक लोग आते हैं तो उनमें केवल एक को ही सामान खरीदने की छूट होगी। हर व्यक्ति के लिए सामान खीरदने की सीमा भी निर्धारित की गयी है। उसकी सीमा स्टोर में उपलब्ध सामान और ग्राहकों की मौजूदगी पर तय की जाती है। स्टोर का मैनेजर हर रोज स्टॉक के आधार पर यह तय करता है कि किसको कितनी मात्रा में दैनिक उपयोग की चीजें दी जाएं। इंग्लैंड में कोई व्यक्ति एक बार में पास्ता, दूध, एंटी बैक्टेरियल प्रोडक्ट, टॉयलेट पेपर, सेनेटाइजर, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ और अंडे सीमित मात्रा में ही खरीद सकता है। इन नियमों का उल्लंधन करने पर दुकानदार संबंधित ग्राहक की पुलिस से शिकायत भी कर सकता है।
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