Coronavirus: चीन के वुहान में फंसे असम से लेकर जम्मू कश्मीर के छात्र, सरकार से अपील-हमारी जान बचा लीजिए
वुहान। खतरनाक कोरोना वायरस ने दुनिया पर हमला बोल दिया है और अब तक 100 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। वुहान जहां से यह वायरस निकला है, उस शहर को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यहां पर जो लोग है, वह न तो बाहर कर सकते हैं और न ही यहां पर बाहर से कोई आ सकता है। दुनिया से कट चुके इस शहर में कई भारतीय छात्र भी रहते हैं और ये छात्र अब भूख और प्यास से मरने की कगार पर पहुंच चुके हैं। भारत सरकार से इन छात्रों ने अपील की है कि वो उनकी जान बचाए और उन्हें यहां से बाहर निकाले।
न खाने को खाना, न पीने को पानी
वुहान में भारतीय छात्रों के एक संगठन ने केंद्र सरकार से गुहार लगाई है कि वह जितनी जल्दी हो उन्हें बचाने और वुहान से निकालने की कोशिशें करें। शहर पूरी तरह से शटडाउन की स्थिति में है और जरूरी खाद्य पदार्थों से लेकर पीने के पानी तक की कमी हो गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में भारतीय छात्र गौरव नाथ ने बताया, 'शहर में कोरोना वायरस फैलने की वजह से हमें अंदर ही रहने को कहा गया है। ऐसे में हम सिर्फ कैंपस में ही कैद होकर रह गए हैं। हमें सिर्फ दो घंटे के लिए ही बाहर जाकर जरूरी सामान खरीदने की अनुमति है। लेकिन शहर पूरी तरह से बंद है। सारी दुकानें और ट्रांसपोर्ट सिस्टम भी ठप है। जरूरी सामान की खासी कमी है और जल्द ही हमारे पास खाने का सामान और पानी खत्म होने वाला है।'
असम, दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और कश्मीर के छात्र
22 साल के गौरव नाथ आठ भारतीय छात्रों के उस ग्रुप में शामिल हैं जिन्होंने सरकार से मदद की अपील की है। वह वुहान यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। असम के रहने वाले गौरव ने कहा कि चीन में भारतीय दूतावास लगातार संपर्क में है और रेस्क्यू की कोशिशों में लगा है। हम भारत सरकार से अपील करते हैं कि वह जल्द से जल्द हमें बचा ले। वुहान में जो छात्र फंसे हैं वे असम, दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और जम्मू कश्मीर के रहने वाले हैं। कोरोना वायरस संकट को देखते हुए वुहान में लोगों को कहा गया है कि मजबूत बने रहें और अपने हौसलों का न खोएं। लोग पॉपुलर वीचैट एप मैसेजेस के जरिए एक-दूसरे को ढांढस बंधा रहे हैं।
एयर इंडिया का जेट स्टैंडबाई पर
जो मैसेजेस लोगों को भेजे जा रहे हैं उनमें उनसे कहा गया है कि वह शाम आठ बजे अपनी खिड़कियों को खोले और चिल्लाए, 'वुहान, कम ऑन' ताकि शहर में हंसी-खुशी का माहौल बन सके। चीनी भाषा में दिए गए इस मैसेज में लिखा है, 'वुहान जिया यू' या ''वुहान ऐड ऑयल।' यह चीन का एक लोकप्रिय मुहावरा है जिसके जरिए लोगों का उत्साहवर्धन किया जाता है। इसके बाद कई लोग चीन का राष्ट्रगान गाते हैं तो कई पुराने देशभक्ति के गाने गाते हैं। इस बीच मंगलवार को डायरेक्टोरेट जनरल ऑप्फ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने एयर इंडिया की एक स्पेशल फ्लाइट को मंजूरी दे दी है। इस फ्लाइट की मदद से वुहान में फंसे भारतीय नागरिकों को निकाला जा सके। इसके अलावा एयर इंडिया के बोइंग 747 को इवैक्युएशन के लिए स्टैंडबाई पर रखा गया है।
132 की मौत, 6000 में मिले लक्षण
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया, 'हमारा दूतावास चीन की सरकार के साथ संपर्क बनाए हुए है। वुहान में प्लेन भेजकर हम लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं जिसमें छात्रों की तादाद काफी ज्यादा है। कोशिशें जारी हैं और मैं भरोसा दे सकता हूं कि केंद्र सरकार दिन रात इस पर काम कर रही है। जल्द ही इसका कोई हन निकल आएगा।' चीन में कोरोना वायरस से अब तक 132 लोगों की मौत हो चुकी है। 6,000 लोग संक्रमण के शिकार हैं। वायरस तेजी से फैल रहा है और अब तक फ्रांस, जर्मनी समेत 13 देशों में इसके लक्षण मिले हैं।