इंग्लैंड में कोरोना पॉजिटिव ने दी थूकने की धमकी, छह महीने के लिए गया जेल
नई दिल्ली। भारत के कई शहरों में तबलीगी जमात के लोगों ने क्वारेंटाइन के दौरान डॉक्टरों पर न केवल थूका बल्कि नर्सों के साथ बदसलूकी भी की, इस तरह के वाकये मीडिया में रिपोर्ट किए गए।। भारत में ऐसी शर्मानक और खतरनाक हरकत करने वालों पर सिर्फ कार्रवाई की धमकी ही दी जाती रही है। जब कि इंग्लैंड में पुलिस और डॉक्टरों पर थूकने वालों को सीधे जेल भेजा जा रहा है। गुजरे हफ्ते इंलैंड में इस तरह का अपराध करने वाले तीन लोगों को जेल भेजा गया। इन लोगों ने सामने वाले को थूक कर कोरोना संक्रमित करने की धमकी दी थी।
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इंग्लैंड में थूकने पर जेल
इंग्लैंड के वेस्ट मिडलैंड काउंटी के कोवेंट्री शहर में 19 साल के थॉमस विल्सन ने रोडरेज के बाद एक लॉरी वाले को कुल्हाड़ी से मारने और थूक कर कोरोना संक्रिमत करने की धमकी दी। तभी मिडलैंड पुलिस के दो जवानों से विल्सन को दांव मार कर जमीन पर गिरा दिया। उसके हाथ उसकी पीठ उमेठ कर उसके कस बल ठीले कर दिये। पुलिस के जवान जब विल्सन को गिरफ्त में ले रहे थे तब वह गाली देते हुए जोर-जोर से चिल्ला रहा था, मुझे छोड़ों नहीं तो मैं तुम सभी लोगों के...(.गाली..) चेहरे पर थूकना शुरू कर दूंगा। वह जोर-जोर से खांस कर पुलिस वालों को डराने लगा। लेकिन विल्सन के सारे तिकड़म धरे के धरे रह गये। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर हाजत में डाल दिया। हाजत से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उसकी कोर्ट में पेशी हुई। कोर्ट में विल्सन आपातकालीन सेवकों को अपमानित करने का दोषी साबित हुआ और उसे छह महीने के लिए जेल भेज दिया गया। जज ने कहा, अभी जब इंग्लैंड कोरोना जैसी भारी विपत्ति का सामना कर रहा है उस समय विल्सन की यह हरकत बेहद शर्मनाक है। उसने अपने वजूदे को शर्मिंदा किया है। देश जब गंभीर संकट से गुजर रहा है उस वक्त विल्सन का यह अपराध बहुत संगीन है। यह घटना इसी हफ्ते की है।
मैंने थूक दिया, अब कोरोना से मरोगे...
इंग्लैंड की दूसरी घटना बर्मिंघम शहर की है। वाकया 2 अप्रैल का है। 22 साल के एक लड़के (बेवेन बर्कर) ने दुकानदार पर थूक दिया और चिल्लाने लगा, मुझे कोरोना है, अब तुम मरने वाले हो। दरअसर इस दुकानदार ने बेवेन को सामान चुराने के आरोप में कुछ भी देने से मना कर दिया था। उसने बेवेन को दुकान के आसपास भी नहीं फटकने की चेतावनी दी थी। इससे नाराज बेवेन ने दुकानदार पर थूक दिया था। दुकानदार ने पुलिस में इसकी शिकायत की। पुलिस ने बेवेन के घर दबिश दी तो वह एक आल्मारी में छिपा मिला। जब उसे पकड़ कर बैन में बैठाया जा रहा था तब भी वह पुलिस पर थूकने की धमकी दे रहा था। वह पुलिस वालों को धमका रहा था, मैं कोरोना को कन्फर्म मरीज हूं, तुमने मुझे पकड़ा इसलिए तुम भी कोरोना की चपेट में आ गये। मैं आशा करता हूं कि अब तुम और तुम्हारा परिवार कोरोना से मर जाएगा। जब एक महिला अधिकारी ने बेवेन को चुप रहने के लिए डांटा तो उसने उन पर थूक दिया। बर्मिंघम क्राउन कोर्ट ने आपातकालीन सेवकों और दुकानदार को अपमानित करने के जुर्म बेवेन को 9 महीने की सजा सुनायी। इसी तरह 54 साल के एंथोनी एडवर्ड को पुलिस अधिकारी पर थूकने के अपराध में 16 महीने की जेल हुई।
भारत में क्या है स्थिति
दिल्ली के बक्करवाला में एक कोरोना संदिग्ध ने चिकित्साकर्मियों पर थूक दिया। एसडीएम की शिकायत पर मुंडका पुलिस थाना में इसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। फिलहाल दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना वारियर्स पर थूकने वालों के खिलाफ रासुका( राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई करने का एलान किया है। भारत में अभी ऐसे लोगों पर केवल मामला ही दर्ज किया गया है। उनके खिलाफ कोई कड़ा एक्शन नहीं लिया गया है। कुछ कोरोना संदिग्धों की अभद्रता और असहयोग से डॉक्टरों, नर्सों और पुलिस की परेशानी बढ़ गयी है। इससे कोरोना जांच की प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। अगर जांच प्रक्रिया ही बाधित हो जाएगी तो कोरोना संक्रमितों की पहचान मुश्किल हो जाएगी। ऐसे में महामारी का खतरा और बढ़ जाएगा।