ट्रेड वॉर ख़त्म करने से पहले चीन-अमरीका में अनबन
अमरीका और चीन के बीच चल रहा ट्रेड वॉर ख़त्म होता नहीं दिख रहा है.
अमरीका और चीन के बीच चल रहा ट्रेड वॉर ख़त्म होता नहीं दिख रहा है.
इस ट्रेड वॉर को समाप्त करने के मक़सद से दोनों देशों के प्रतिनिधि शुक्रवार को एक मंच पर मिल रहे हैं लेकिन इस मुलाक़ात से पहले ही अमरीका ने चीन के 200 बिलियन डॉलर के उत्पादों पर टैरिफ़ बढ़ाने का फ़ैसला ले लिया. बढ़ाए गए टैरिफ़ कुछ ही घंटों में लागू हो जाएंगे.
अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने इस संबंध में कहा कि चीन ने समझौते की शर्तों को तोड़ा है, इसलिए अमरीका ने यह फ़ैसला लिया.
फ्लोरिडा में एक रैली को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ''आपने देख लिया होगा कि हमने उन पर नए टैरिफ़ लगाए हैं. क्योंकि उन्होंने समझौते की शर्तों को तोड़ा है. यही वजह है उनके उप प्रधानमंत्री लियू ही यहां आ रहे हैं. वो हमारे साथ समझौता करना चाहते हैं. लेकिन अगर वो समझौते को तोड़ेंगे तो हम ऐसा नहीं होने देंगे.''
वहीं दूसरी तरफ़ चीन ने अमरीका के इस क़दम का जवाब देने की बात कही है. चीन के वाणिज्य विभाग ने ट्रंप के आरोपों को खारिज किया है. चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग ने कहा है कि चीन अपने वचन का पक्का है और वे अपनी बातों से कभी नहीं पलटते.
गाओ फेंग ने कहा, ''चीन उम्मीद करता है कि अमरीका इस व्यापारिक बातचीत को सफल होने देगा. वह दोनों देशों के बीच पैदा हुई समस्याओं को बातचीत से हल करने में सहयोग करेगा. हम चाहते हैं कि दोनों देशों के हितों का ख्याल रखा जाए. लेकिन हम यह भी बताना चाहते हैं कि चीन अपने वैध अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध और काबिल है.''
हालांकि अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी बताया है कि उन्हें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तरफ से एक ख़ूबसूरत सा पत्र प्राप्त हुआ है. ट्रंप ने जल्दी ही जिनपिंग से बात करने की उम्मीद भी जताई है.
अमरीका और चीन के बीच पिछले साल जुलाई में ट्रेड वॉर शुरू हुआ था. इसके चलते पूरे विश्व में आर्थिक मंदी का साया मंडराने लगा. इस ट्रेड वॉर को ख़त्म करने के लिए दिसंबर में बनी आपसी सहमति को अमलीजामा पहनाने के लिए दोनों देश बातचीत कर रहे हैं.
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