चार वैक्सीन को एक साथ मिलाकर तैयार किया गया कोरोना टीका, स्टडी में मिले शानदार नतीजे
नई दिल्ली, 5 अगस्त: रूस की कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक वी वैक्सीन को एस्ट्राजेनेका, सिनोफार्मा और मॉडर्न के टीकों के साथ मिलाकर तैयार किए गए टीके ने शुरुआती शोध में अच्छे परिणाम दिए हैं। रसियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) ने ये जानकारी दी है। आरडीआईएफ ने कहा है कि एस्ट्राजेनेका, सिनोफार्मा और मॉडर्न के टीकों के साथ स्पुतनिक वी लाइट के वेरिएंट का कॉम्बिनेशन कोरोना वायरस के खिलाफ मजबूत इम्युनिटी तैयार करता है। अर्जेंटीना के ब्यूनस-आयर्स प्रांत में हुई स्टडी में ये रिजल्ट सामने आया है।
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आरडीआईएफ ने अपने बयान में कहा है कि कई वैक्सीन को मिलाकर तैयार होने वाला ये टीका कोरोनावायरस के खिलाफ एक लंबी और अधिक टिकाऊ प्रतिरक्षा बनाने में सफल साबित हुआ है। ऐसे में अगर ये टीका जल्दी ही बाजार में आ जाता है तो कोरोना से पार पाने में काफी अहम भूमिका निभा सकता है।
स्पुतनिक को भारत में मिल चुकी है मंजूरी
रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड पहले ही बता चुका है कि भारत में रूस की कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक वी का प्रोडक्शन सितंबर में पूरी तरह से शुरू हो जाएगा। आरडीआईएफ ने कहा है किभारत, दुनिया की सबसे बड़े वैक्सीन प्रोडक्शन कंपनियों- सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, ग्लैंड फार्मा, हेटेरो बायोफार्मा, पैनेशिया बायोटेक, स्टेलिस बायोफार्मा, विरचो बायोटेक और मोरपेन लेबोरेटरीज के साथ-साथ स्पुतनिक वी वैक्सीन के लिए भी एक मेजर प्रोडक्शन हब बन जाएगा। आरडीआईएफ की योजना अगस्त महीने में भारत में स्पुतनिक वी और स्पुतनिक लाइट की डिलीवरी में तेजी लाने की है। डॉ रेड्डी लैबोरेटरीज ने भारत में स्पुतनिक वी के प्रोडक्शन के लिए आरडीआईएफ के साथ मई 2021 में करार किया था।
बता दें कि भारत में फिलहाल भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम की कोविशील्ड का ही मुख्य तौर पर इस्तेमाल हो रहा है। हालांकि स्पुतनिक को भी मंजूरी मिल गई है लेकिन उसका इस्तेमाल अभी काफी सीमित है।
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